भोपाल में हाल ही में सामने आया एक गंभीर यौन शोषण और ब्लैकमेलिंग का मामला सामने आया है, जिसमें कई कॉलेज छात्राओं को निशाना बनाया गया। इस मामले की तुलना 1992 के अजमेर कांड से की जा रही है, जिसमें भी युवतियों को फंसाकर उनका यौन शोषण किया गया था। www.ndtv.com
मामला क्या है?
मुख्य आरोपी फरहान खान और उसके सहयोगियों ने भोपाल के एक निजी इंजीनियरिंग कॉलेज की छात्राओं को पहले दोस्ती के जाल में फंसाया। फरहान ने अपना नाम छिपाकर एक छात्रा से दोस्ती की और 2022 में उसे जहांगीराबाद स्थित एक घर में ले जाकर उसके साथ बलात्कार किया। उसने इस घटना का वीडियो भी रिकॉर्ड किया और बाद में इसी वीडियो के जरिए पीड़िता को ब्लैकमेल कर उसकी छोटी बहन को भी अपने जाल में फंसाया। छोटी बहन को भी नशीले पदार्थ देकर उसके साथ दुष्कर्म किया गया और वीडियो बनाकर धमकाया गया। India Today
आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी
अब तक फरहान खान, साहिल खान और साद को गिरफ्तार किया गया है। अन्य आरोपी अली, अबरार और नबील फरार हैं। पुलिस ने फरहान के मोबाइल फोन से कई आपत्तिजनक वीडियो बरामद किए हैं, जिनमें पीड़िताओं के साथ दुर्व्यवहार के दृश्य शामिल हैं। इनमें से कुछ वीडियो में पीड़िताओं को सिगरेट से जलाने जैसे अमानवीय कृत्य भी दिखाए गए हैं।
कानूनी कार्रवाई
पुलिस ने इस मामले में तीन एफआईआर दर्ज की हैं, जिनमें बलात्कार, अपहरण, पॉक्सो एक्ट, आईटी एक्ट और मध्य प्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के तहत धाराएं लगाई गई हैं। विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया है, जो मामले की गहराई से जांच कर रहा है। पुलिस को संदेह है कि यह गिरोह भोपाल के अलावा इंदौर में भी सक्रिय था और अन्य छात्राओं को भी निशाना बनाया गया हो सकता है। The Statesman+2The New Indian Express+2www.ndtv.com+2www.ndtv.com
सामाजिक प्रभाव और आगे की कार्रवाई
पुलिस ने पीड़िताओं को काउंसलिंग की सुविधा प्रदान की है, ताकि वे आगे आकर अपनी शिकायत दर्ज करा सकें। हालांकि, सामाजिक बदनामी के डर से कई पीड़िताएं सामने आने से हिचक रही हैं। पुलिस का मानना है कि जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, और भी पीड़िताएं सामने आ सकती हैं।
यह मामला न केवल कानून व्यवस्था के लिए एक चुनौती है, बल्कि समाज के लिए भी एक चेतावनी है कि कैसे युवतियों को धोखे से फंसाकर उनका शोषण किया जा सकता है। पुलिस और समाज दोनों को मिलकर ऐसे मामलों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।