Brahmos Missile Attack On Pakistan Airbase : ब्रह्मोस का बवंडर...11 पाकि...

Brahmos Missile Attack On Pakistan Airbase : ब्रह्मोस का बवंडर...11 पाकि...

ऑपरेशन सिंदूर के तहत, भारत ने 8 से 10 मई 2025 के बीच पाकिस्तान के 11 प्रमुख वायुसेना ठिकानों पर ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइलों से सटीक हमले किए, जिससे पाकिस्तान की वायुसेना की क्षमताओं को गंभीर नुकसान पहुंचा। India TV News


🔥 प्रमुख हमलों का विवरण

  • नूर खान एयरबेस (रावलपिंडी): यह पाकिस्तान की एयर मोबिलिटी कमांड का मुख्य केंद्र है, जहाँ से हालिया ड्रोन और मिसाइल हमलों का संचालन हुआ था। इस बेस पर हमले से पाकिस्तान की रणनीतिक समन्वय क्षमताओं को गंभीर झटका लगा। The Economic Times

  • रहीम यार खान एयरबेस: यहाँ ब्रह्मोस-A मिसाइल के हमले से रनवे में बड़ा गड्ढा बन गया, जिससे यह बेस अस्थायी रूप से संचालन योग्य नहीं रहा। Indian Defence Research Wing

  • अन्य प्रभावित ठिकाने: सियालकोट, सर्गोधा, स्कर्दू, मुरिद, रफीक़ी, चूनियन, पासरूर, भोलारी, जैकबाबाद और सुक्कुर जैसे बेस भी हमलों की चपेट में आए, जहाँ ड्रोन कमांड सेंटर, रडार साइट्स और हथियार भंडारण क्षेत्रों को निशाना बनाया गया। The Economic Times


🧨 हताहत और नुकसान

  • पाकिस्तानी सैनिकों की हानि: भारतीय सेना के अनुसार, इन हमलों में पाकिस्तान के 35 से 40 सैनिक मारे गए। The Indian Express

  • आतंकी ठिकानों का विनाश: भारतीय वायुसेना ने जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे संगठनों के नौ ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए, जिनमें पुलवामा हमले के आरोपी और IC-814 अपहरणकर्ता भी शामिल हैं। The Indian Express


🌐 अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया और युद्धविराम

  • अमेरिकी मध्यस्थता: संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हस्तक्षेप से भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम की घोषणा हुई।

  • पाकिस्तान की प्रतिक्रिया: पाकिस्तान ने "ऑपरेशन बुनियान-उन-मरसूस" के तहत भारत के कई सैन्य ठिकानों पर जवाबी हमले किए, जिनमें पठानकोट, उधमपुर और जालंधर शामिल हैं। Dunya News


📺 वीडियो रिपोर्ट

नीचे दिए गए वीडियो में भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान के वायुसेना ठिकानों पर किए गए हमलों की विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की गई है:


🧭 निष्कर्ष

भारत द्वारा ब्रह्मोस मिसाइलों का उपयोग कर पाकिस्तान के वायुसेना ठिकानों पर किए गए सटीक हमले, आतंकवाद के खिलाफ उसकी दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। हालांकि, इस सैन्य कार्रवाई के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता से युद्धविराम की स्थिति बनी रही। स्थायी शांति के लिए दोनों देशों के बीच विश्वास बहाली और निरंतर संवाद आवश्यक है।

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