हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के दौरान, पाकिस्तान ने भारत पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए। इन हमलों में उपयोग किए गए ड्रोन की आपूर्ति में तुर्की की भूमिका सामने आई है, जिससे भारत ने कड़ा रुख अपनाया है।
🇹🇷 तुर्की की भूमिका और भारत की प्रतिक्रिया
भारत सरकार ने तुर्की की कंपनी Çelebi Airport Services India की सुरक्षा मंजूरी रद्द कर दी है। यह कंपनी दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु सहित नौ प्रमुख भारतीय हवाई अड्डों पर ग्राउंड हैंडलिंग और कार्गो सेवाएं प्रदान करती थी। इस कार्रवाई का कारण तुर्की द्वारा पाकिस्तान को ड्रोन और अन्य सैन्य सहायता प्रदान करना है, जिनका उपयोग 8 मई 2025 को भारत पर हुए ड्रोन हमलों में किया गया था ।Indiatimes
Çelebi की भारत में उपस्थिति 2008 से थी, और यह कंपनी सालाना 58,000 से अधिक उड़ानों और 5.4 लाख टन कार्गो का संचालन करती थी। इस निर्णय के बाद, कंपनी के भारत में लगभग 7,800 कर्मचारियों और उसके वैश्विक राजस्व के एक-चौथाई हिस्से पर प्रभाव पड़ा है।Indiatimes
🛰️ पाकिस्तान द्वारा ड्रोन हमले और भारत की प्रतिक्रिया
पाकिस्तान ने 8 मई 2025 को भारत के विभिन्न शहरों, सैन्य ठिकानों और धार्मिक स्थलों पर 300 से 400 तुर्की निर्मित ड्रोन से हमले किए। भारत ने इन हमलों को "अस्वीकार्य" बताते हुए, अपने वायु रक्षा प्रणालियों के माध्यम से अधिकांश ड्रोन को नष्ट कर दिया ।Wikipedia
इन हमलों के जवाब में, भारत ने "ऑपरेशन सिंदूर" के तहत पाकिस्तान के आतंकवादी ठिकानों और सैन्य प्रतिष्ठानों पर सटीक हमले किए। इस अभियान में पाकिस्तान के कई एयर डिफेंस सिस्टम और अन्य रणनीतिक ठिकानों को निशाना बनाया गया ।The Times of India
🔍 निष्कर्ष
तुर्की द्वारा पाकिस्तान को ड्रोन की आपूर्ति और उनके भारत पर हमलों में उपयोग के कारण भारत ने तुर्की की कंपनी Çelebi Airport Services India की सुरक्षा मंजूरी रद्द कर दी है। यह कदम भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता और विदेशी सैन्य सहायता को लेकर उसकी सख्त नीति को दर्शाता है।Indiatimes
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