हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, सेवानिवृत्त भारतीय सेना अधिकारी और रक्षा विश्लेषक मेजर गौरव आर्य ने पाकिस्तान के खिलाफ तीखे बयान दिए हैं। उन्होंने पाकिस्तान की आतंकवाद के प्रति नीति और भारत में फैलाए जा रहे फर्जी समाचारों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है।
मेजर गौरव आर्य के प्रमुख बयान और गतिविधियाँ:
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बोलचाल और टेलीविज़न पर तीखे बयान: मेजर आर्य ने एक टेलीविज़न बहस के दौरान कहा, "अब आप देखेंगे कि बलूचिस्तान में उनके [पाकिस्तानी] सैनिकों का खून कैसे बहाया जाएगा," जो पाकिस्तान में व्यापक रूप से रिपोर्ट किया गया और विवाद का विषय बना। The Express Tribune
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#GoebbelsGhafoora अभियान: 2019 में, उन्होंने पाकिस्तान के फर्जी समाचार अभियान के खिलाफ #GoebbelsGhafoora हैशटैग शुरू किया, जो भारत में ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा। Republic World
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बलूचिस्तान पर टिप्पणी: मेजर आर्य ने बलूचिस्तान में भारतीय हस्तक्षेप की बात कही, जिससे पाकिस्तान के नेताओं की तीखी प्रतिक्रिया हुई। पाकिस्तानी सीनेटर सरफराज बुगती ने उन्हें जवाब देते हुए कहा कि उनके "सपने उन्हें नई नौकरी नहीं दिलाएंगे।" Parhlo
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पाकिस्तानी कलाकारों पर प्रतिबंध की वकालत: उन्होंने पाकिस्तानी कलाकारों पर प्रतिबंध लगाने की वकालत की, यह तर्क देते हुए कि यह भारतीय सैनिकों के साथ एकजुटता दिखाने का तरीका है। उनका मानना है कि जब सैनिक सीमा पर बलिदान दे रहे हैं, तब सांस्कृतिक आदान-प्रदान जारी रखना उचित नहीं है।
वर्तमान संदर्भ:
भारत ने हाल ही में "ऑपरेशन सिंदूर" के तहत पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर हवाई हमले किए, जो 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में थे। इन हमलों में कई आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया, जिससे भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और बढ़ गया है। Wikipedia
मेजर गौरव आर्य के बयान और गतिविधियाँ इस बढ़ते तनाव के बीच भारत की कड़ी प्रतिक्रिया और पाकिस्तान की नीतियों के खिलाफ उनकी मुखरता को दर्शाते हैं।