पाकिस्तानी TikTok स्टार सना यूसुफ की दुखद हत्या ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। 17 वर्षीय सना, जो कि इस्लामाबाद के सेक्टर G-13/1 में रहती थीं, को 2 जून 2025 की शाम उनके ही घर में गोली मार दी गई। पुलिस जांच के अनुसार, यह हत्या एक "ऑनर किलिंग" (इज्जत के नाम पर हत्या) का मामला हो सकता है।en.wikipedia.org+1economictimes.indiatimes.com+1
क्या हुआ?
सना यूसुफ, जिनके TikTok और Instagram पर मिलाकर 40 लाख से अधिक फॉलोअर्स थे, अपने पारंपरिक परिधानों, लोक संगीत और महिला सशक्तिकरण से जुड़े संदेशों के लिए जानी जाती थीं। उनकी हत्या के आरोपी उमर हयात, जो कि उनके चचेरे भाई हैं, को पुलिस ने 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार, उमर ने सना के प्रस्तावों को बार-बार ठुकराए जाने के कारण यह "ठंडे खून से की गई हत्या" की। en.wikipedia.org
हत्या की परिस्थितियाँ
पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, आरोपी उमर हयात ने सना के घर में मेहमान बनकर प्रवेश किया और उन्हें नजदीक से दो गोलियां मार दीं, जिससे उनकी मौके पर ही मृत्यु हो गई। यह घटना सना के जन्मदिन के दिन हुई, जो कि और भी अधिक दुखद है।
सामाजिक प्रतिक्रिया
सना की हत्या ने सोशल मीडिया पर आक्रोश की लहर दौड़ा दी है। #JusticeForSanaYousaf हैशटैग के तहत लोग न्याय की मांग कर रहे हैं। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष उमे-लैला अज़हर ने इस हत्या की निंदा करते हुए इसे पितृसत्तात्मक समाज में महिलाओं के खिलाफ हिंसा का प्रतीक बताया। timesofindia.indiatimes.com+2abplive.com+2indiatimes.com+2en.wikipedia.org+1indiatimes.com+1
व्यापक संदर्भ
सना यूसुफ की हत्या पाकिस्तान में सोशल मीडिया पर सक्रिय महिलाओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा की एक और कड़ी है। इससे पहले भी कई महिला इन्फ्लुएंसर्स को "ऑनर किलिंग" का शिकार बनाया गया है। यह घटना इस बात को रेखांकित करती है कि डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सक्रिय महिलाओं को किस प्रकार के खतरे का सामना करना पड़ता है।marathi.indiatimes.com
निष्कर्ष
सना यूसुफ की हत्या न केवल एक प्रतिभाशाली युवा की जीवन लीला का अंत है, बल्कि यह समाज में महिलाओं की सुरक्षा और स्वतंत्रता पर गंभीर प्रश्नचिन्ह भी लगाती है। इस घटना ने एक बार फिर यह स्पष्ट किया है कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा को रोकने के लिए कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है।