AI university : यूपी में खुल गई वर्ल्ड लेवल की AI यूनिवर्सिटी, लेकिन एडम...

उत्तर प्रदेश के उन्नाव में देश की पहली AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) यूनिवर्सिटी शुरू हो गई है। यह चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी का एक नया कैंपस है, जिसका उद्घाटन हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया है।

यह यूनिवर्सिटी AI-ऑगमेंटेड मल्टीडिसिप्लिनरी है, जिसका मतलब है कि यहाँ पढ़ाए जाने वाले सभी कोर्सेज में AI टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाएगा। यूनिवर्सिटी का लक्ष्य सिर्फ डिग्री देना नहीं, बल्कि छात्रों को स्टार्टअप और इनोवेशन के लिए भी तैयार करना है।

यहाँ कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जो आपको इस यूनिवर्सिटी के बारे में जाननी चाहिए:

  • कोर्स और टेक्नोलॉजी: इस यूनिवर्सिटी में सभी कोर्स AI आधारित तकनीक से संचालित होंगे। इसके पाठ्यक्रम को माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, और केपीएमजी जैसी 20 से ज़्यादा मल्टीनेशनल कंपनियों के सहयोग से तैयार किया गया है।

  • उद्देश्य: इस यूनिवर्सिटी का मुख्य उद्देश्य छात्रों को वैश्विक स्तर के कौशल (Global Level Skills) सिखाना है ताकि वे भविष्य में नई तकनीकों और रोज़गार के अवसरों के लिए तैयार हो सकें।

  • प्रवेश प्रक्रिया: एडमिशन की जानकारी के लिए अभी तक कोई विस्तृत जानकारी उपलब्ध नहीं है, लेकिन आप चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की आधिकारिक वेबसाइट पर नज़र रख सकते हैं। आमतौर पर यूनिवर्सिटी में प्रवेश के लिए एंट्रेंस एग्जाम या योग्यता के आधार पर छात्रों का चयन किया जाता है।

अगर आप AI से संबंधित किसी कोर्स में एडमिशन लेना चाहते हैं, तो आप चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की वेबसाइट देख सकते हैं। इसके अलावा, देश के कई अन्य संस्थान भी AI से जुड़े कोर्स ऑफर करते हैं, जैसे:

  • IIIT हैदराबाद (फाउंडेशन ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग)

  • यूनिवर्सिटी ऑफ हैदराबाद

  • ग्रेट लर्निंग इंस्टीट्यूट, गुड़गांव

आप अपनी रुचि और योग्यता के अनुसार इन संस्थानों के बारे में भी जानकारी जुटा सकते हैं।

पाकिस्तानियों का पहला पसंद pakistani public reaction

Jabil made a big bang! High-tech factory in India | China lost its sleep...


जहाँ एक तरफ अमेरिका के साथ भारत के व्यापारिक संबंध में थोड़ी खींचतान है, वहीं भारत में हाई-टेक मैन्युफैक्चरिंग को लेकर एक बड़ी खबर आई है। अमेरिकी इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग दिग्गज जेबिल (Jabil) ने भारत में एक बड़ी और अत्याधुनिक फैक्ट्री लगाने की घोषणा की है। यह कदम भारत के 'मेक इन इंडिया' और 'आत्मनिर्भर भारत' जैसे अभियानों को एक बड़ा बढ़ावा दे रहा है और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला (global supply chain) में भारत की स्थिति को मजबूत कर रहा है।

गुजरात में बड़ा निवेश:

जेबिल ने गुजरात के साणंद में ₹2,000 करोड़ से अधिक का निवेश करने की योजना बनाई है। यह फैक्ट्री सिलिकॉन फोटोनिक्स और अन्य एडवांस इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग सर्विसेज (EMS) पर केंद्रित होगी। सिलिकॉन फोटोनिक्स एक ऐसी तकनीक है जो क्वांटम कंप्यूटिंग, 5G/6G दूरसंचार, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT), रडार सिस्टम और एवियोनिक्स जैसी महत्वपूर्ण तकनीकों के लिए जरूरी है।

भारत को फायदा:

  • हाई-टेक मैन्युफैक्चरिंग हब: जेबिल का यह निवेश भारत को एक हाई-टेक मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा, जो पहले चीन का गढ़ माना जाता था।

  • रोजगार के अवसर: इस फैक्ट्री से न केवल प्रत्यक्ष बल्कि अप्रत्यक्ष रूप से भी बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर पैदा होंगे, खासकर हाई-स्किल्ड कर्मचारियों के लिए।

  • सप्लाई चेन का विविधीकरण: यह कदम कंपनियों को अपनी वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला को चीन से हटाकर भारत में लाने के लिए प्रोत्साहित करेगा, जिससे भारत की भू-राजनीतिक स्थिति भी मजबूत होगी।

  • PLI योजना की सफलता: जेबिल को सरकार की प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) योजना के तहत भी लाभ मिला है, जो इस बात का संकेत है कि सरकार की नीतियां विदेशी निवेश को आकर्षित करने में सफल हो रही हैं।

चीन पर असर:

जेबिल जैसी बड़ी कंपनियों का भारत में निवेश चीन के लिए चिंता का सबब बन सकता है। कई अंतरराष्ट्रीय कंपनियां चीन पर अपनी निर्भरता कम करना चाहती हैं, और भारत उनके लिए एक आकर्षक विकल्प बनकर उभरा है। चूंकि जेबिल एप्पल के लिए एयरपॉड्स जैसे उत्पादों के पुर्जे बनाती है, इसलिए इसका भारत में विस्तार सीधे तौर पर चीन के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को चुनौती दे रहा है। एप्पल के अन्य सप्लायर भी भारत में निवेश बढ़ा रहे हैं, जो दर्शाता है कि भारत अब केवल असेंबली का केंद्र नहीं, बल्कि कंपोनेंट मैन्युफैक्चरिंग का भी एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बन रहा है।

News Ki Pathshala : Donald Trump ने 25% Tariff लगाया तो भारत ने खूब सुना...


अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के सभी निर्यातों पर 25% टैरिफ लगाने की घोषणा की है, जो 1 अगस्त 2025 से प्रभावी हो गया है। इसके अलावा, उन्होंने रूस के साथ भारत के व्यापार को लेकर अतिरिक्त जुर्माने की भी बात कही है। ट्रंप ने भारत की अर्थव्यवस्था को "डेड इकॉनमी" कहकर संबोधित किया है, जिसके बाद भारत सरकार की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया आई है।

भारत सरकार ने इस बयान को खारिज करते हुए कहा है कि वह अपने किसानों, उद्यमियों और छोटे व मध्यम उद्योगों (MSMEs) के हितों की रक्षा करेगा। वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने संसद में अपने बयान में कहा कि भारत किसी भी दबाव में आकर कोई समझौता नहीं करेगा और सिर्फ समानता के आधार पर ही व्यापार करेगा। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है और जल्द ही तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है।

यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते को लेकर बातचीत चल रही थी। अमेरिका का आरोप है कि भारत की टैरिफ दरें बहुत ज्यादा हैं और वह रूस से सैन्य उपकरण और तेल खरीदना जारी रखे हुए है। वहीं, भारत का कहना है कि वह अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा और अपनी संप्रभुता से समझौता नहीं करेगा। इस घटनाक्रम से दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों में तनाव बढ़ गया है, हालांकि भारत ने अन्य देशों के साथ अपने व्यापार संबंधों को मजबूत करने की दिशा में भी कदम उठाए हैं।

Apna Indore: Indore में तो गजब हो गया, एक गलती और दुल्हन का भंडाफोड़ हो ...


अपना इंदौर: शादी के मंडप में एक गलती और दुल्हन का भंडाफोड़!

इंदौर में हाल ही में एक अजीबोगरीब घटना सामने आई, जहाँ शादी के मंडप में हुई एक छोटी सी गलती ने दुल्हन का भंडाफोड़ कर दिया। यह घटना तब सामने आई जब एक दुल्हन अपनी असल पहचान छिपाकर दूसरी शादी करने की कोशिश कर रही थी।


क्या था पूरा मामला?

जानकारी के अनुसार, एक महिला पहले से शादीशुदा थी और उसने अपने पहले पति से तलाक भी नहीं लिया था। इसके बावजूद वह अपनी पहचान छुपाकर इंदौर में दूसरी शादी करने की तैयारी कर रही थी। शादी की रस्में चल रही थीं और सब कुछ सामान्य लग रहा था।


कैसे हुआ भंडाफोड़?

कहते हैं, झूठ कभी छिपता नहीं। इस मामले में भी कुछ ऐसा ही हुआ। शादी के दौरान दुल्हन से एक छोटी सी गलती हो गई, जिसने उसकी पोल खोल दी। बताया जा रहा है कि मंडप में किसी रस्म के दौरान दुल्हन ने अपने पहले पति का नाम ले लिया या उससे जुड़ी कोई ऐसी बात कह दी जिससे वहां मौजूद लोगों को शक हो गया। यह भी हो सकता है कि उसकी किसी हरकत या बातचीत से उसके पहले रिश्ते का खुलासा हो गया हो।

शक गहराने पर परिवार के लोगों ने पूछताछ शुरू की और जल्द ही पता चला कि महिला पहले से शादीशुदा है और उसने अपने पिछले रिश्ते को छुपाया था। इस खुलासे से मंडप में हड़कंप मच गया और हंगामा खड़ा हो गया।


आगे क्या हुआ?

दुल्हन की सच्चाई सामने आने के बाद यह शादी रुक गई। दोनों पक्षों के परिवारों के बीच तीखी बहस हुई। पुलिस को भी इस मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा। यह स्पष्ट नहीं है कि इस मामले में कोई कानूनी कार्रवाई की गई है या नहीं, लेकिन इस घटना ने निश्चित रूप से इंदौर में काफी चर्चा बटोरी है।

यह मामला एक बार फिर यह दिखाता है कि कैसे एक छोटी सी गलती भी बड़े राज को खोल सकती है।

Bhopal Bulldozer Action : यासीन के 100 करोड़ के साम्राज्य पर चला बुलडोजर...

भोपाल में ड्रग माफिया और यौन शोषण के आरोपी यासीन अहमद और उसके परिवार से जुड़ी लगभग 100 करोड़ रुपये की अवैध संपत्तियों पर जिला प्रशासन, पुलिस और नगर निगम की संयुक्त टीम ने बुलडोजर चला दिया है। यह कार्रवाई "लव-ड्रग्स जिहाद" के आरोपों से जुड़े एक बड़े सिंडिकेट का पर्दाफाश होने के बाद की गई है।


क्या है पूरा मामला?

हाल ही में भोपाल पुलिस क्राइम ब्रांच ने 25 वर्षीय यासीन अहमद और उसके चाचा शाहवार अहमद को MD ड्रग्स की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया था। जांच के दौरान, पुलिस को यासीन के मोबाइल फोन से आपत्तिजनक तस्वीरें और वीडियो मिले, जिनमें लड़कियों का यौन शोषण और उन्हें ड्रग्स की आपूर्ति के लिए ब्लैकमेल करने के संकेत मिले। पुलिस ने इस मामले में अवैध हथियारों की डीलिंग और "लव जिहाद" के एंगल की भी जांच की है।


किन संपत्तियों पर चला बुलडोजर?

प्रशासन ने कोकता बायपास पर स्थित अनंतपुरा और हठाईखेड़ा इलाकों में यासीन और उसके परिवार से जुड़ी छह से सात अवैध संपत्तियों को ध्वस्त किया। इनमें शामिल हैं:

  • दो फार्महाउस (एक 40 एकड़ का फार्महाउस, जिसके मालिक शकील अहमद थे)

  • एक कारखाना

  • एक गोदाम (40,000 वर्ग फुट का, शारीक अहमद का बताया जा रहा है)

  • एक मदरसा

  • एक मैरिज लॉन

  • एक बंगला

  • एक 5 एकड़ का पोल्ट्री फार्म

  • एक तीन मंजिला आवासीय भवन

बताया जा रहा है कि ये सभी संपत्तियां सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे करके बनाई गई थीं। इन संपत्तियों का अनुमानित मूल्य 50 से 100 करोड़ रुपये के बीच बताया जा रहा है।


कार्रवाई के दौरान क्या हुआ?

कार्रवाई के लिए लगभग 15 से 20 जेसीबी मशीनों और भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी। देर रात तक तोड़फोड़ की कार्रवाई जारी रही। पुलिस ने फार्महाउस से हार्ड डिस्क और कंप्यूटर भी जब्त किए हैं, जिनसे यौन उत्पीड़न के मामलों की जांच में मदद मिलने की उम्मीद है।


"मछली परिवार" से संबंध

यासीन अहमद, भोपाल के प्रसिद्ध मछली व्यापारी और भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के नेता शरीफ अहमद उर्फ मछली का भतीजा बताया जा रहा है। इस मामले के सामने आने के बाद शरीफ अहमद ने खुद को और अपने परिवार को आरोपों से दूर बताया है और निष्पक्ष जांच की मांग की है। यासीन, शाहवार और एक अन्य करीबी दोस्त जगदीश सिंह बैस उर्फ जग्गी फिलहाल जेल में हैं।

यह कार्रवाई मध्य प्रदेश सरकार की अवैध निर्माणों और माफिया के खिलाफ सख्त रुख को दर्शाती है, खासकर जब अपराधों में ड्रग्स और यौन शोषण जैसे गंभीर आरोप शामिल हों।

Parliament Monsoon Session: 'Pakistan को बचाना चाहती है Congress' संसद म...


संसद के मॉनसून सत्र में "ऑपरेशन सिंदूर" और आतंकवाद पर बहस के दौरान, सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी कांग्रेस के बीच तीखी जुबानी जंग देखने को मिली। गृह मंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर सहित भाजपा के नेताओं ने कांग्रेस पर पाकिस्तान को बचाने की कोशिश करने का आरोप लगाया।

प्रमुख आरोप और बहस:

  • अमित शाह का बयान: गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में जोर देकर कहा कि "कांग्रेस पाकिस्तान को बचाना चाहती है।" उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम के एक बयान का हवाला दिया, जिसमें उन्होंने "ऑपरेशन सिंदूर" पर सवाल उठाए थे। शाह ने कहा कि चिदंबरम यह कहकर पाकिस्तान को "क्लीन चिट" दे रहे हैं कि हमलावर पाकिस्तान से नहीं आए होंगे, जबकि दुनिया पाकिस्तान की भूमिका को स्वीकार करती है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस की नीतियों के कारण ही पाकिस्तान का जन्म हुआ और उसने सत्ता में रहते हुए कश्मीर के कुछ हिस्सों को पाकिस्तान को "सौंप" दिया।

  • एस. जयशंकर का निशाना: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछली सरकारों ने आतंकवादी हमलों को होने दिया और उसके बाद बातचीत फिर से शुरू कर दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने "भारत और पाकिस्तान को खुद ही एक-दूसरे से जोड़ दिया था" और सवाल किया कि दुनिया उन्हें गंभीरता से कैसे लेती। जयशंकर ने यह भी स्पष्ट किया कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत-पाकिस्तान के बीच युद्धविराम में मध्यस्थता के दावे गलत थे और यह सैन्य-से-सैन्य जुड़ाव का परिणाम था, न कि किसी तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप का।

  • "ऑपरेशन सिंदूर" पर बहस: "ऑपरेशन सिंदूर" (पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में सेना की कार्रवाई का कोडनेम) पर संसद के दोनों सदनों में जोरदार बहस हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी लोकसभा में बोलते हुए "ऑपरेशन सिंदूर" की सराहना की और कहा कि यह तब तक जारी रहेगा जब तक पाकिस्तान भारत पर हमला करना बंद नहीं कर देता। उन्होंने कांग्रेस पर आतंकवाद से संबंधित कानूनों को "तुष्टीकरण" के लिए कमजोर करने का भी आरोप लगाया।

  • कांग्रेस का पलटवार: कांग्रेस ने पलटवार करते हुए "ऑपरेशन सिंदूर" जैसे सैन्य अभियानों को धार्मिक नाम दिए जाने पर सवाल उठाए। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने अमित शाह से तीखे सवाल पूछे। कांग्रेस ने यह भी मांग की कि प्रधानमंत्री ट्रंप के युद्धविराम के दावों पर स्पष्टीकरण दें।

कुल मिलाकर, संसद के मॉनसून सत्र में पाकिस्तान, आतंकवाद और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला, जिसमें भाजपा ने कांग्रेस पर पाकिस्तान के प्रति नरम रुख रखने का आरोप लगाया।

UP के Mathura में Police ने शख्स के Private Part को किया चोटिल, CM Porta...

उत्तर प्रदेश के मथुरा में पुलिस द्वारा एक व्यक्ति के गुप्तांग (private part) को चोट पहुँचाने का गंभीर मामला सामने आया है। आरोप है कि यह घटना मुख्यमंत्री (CM) पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराने के प्रतिशोध में की गई।

क्या है पूरा मामला?

जानकारी के अनुसार, मथुरा के अडींग चौकी पर तैनात सब-इंस्पेक्टर कपिल नागर के खिलाफ एक व्यक्ति (बृज किशोर) ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई थी। आरोप है कि शिकायत से नाराज होकर सब-इंस्पेक्टर ने पिता-पुत्र को चौकी बुलाया। वहाँ बातचीत के बहाने बृज किशोर को हिरासत में ले लिया गया और उसकी बेरहमी से पिटाई की गई। आरोप है कि मारपीट के दौरान उसके गुप्तांगों को निशाना बनाया गया, जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई। पीड़ित को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहाँ उसका इलाज चल रहा है।

इस घटना का एक वीडियो भी वायरल हो गया है, जिसमें पीड़ित दर्द से कराहता और मदद की गुहार लगाता दिख रहा है, जिससे पूरे प्रदेश में आक्रोश फैल गया है। पीड़ित परिवार न्याय और मामले की जांच की मांग कर रहा है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं, जबकि आरोपी सब-इंस्पेक्टर ने सभी आरोपों को खारिज किया है। इस घटना को लेकर विपक्षी दलों ने भी सरकार और पुलिस पर निशाना साधा है।

यह मामला पुलिस की क्रूरता और सीएम पोर्टल पर शिकायत करने वाले नागरिकों के प्रति पुलिस के रवैये पर गंभीर सवाल खड़े करता है।

News Ki Pathshala | Sushant Sinha: ट्रंप के टैरिफ पर भारत सरकार का तगड़ा...


ट्रंप के टैरिफ पर भारत सरकार का तगड़ा जवाब: 'न्यूज़ की पाठशाला'

सुशांत सिन्हा के कार्यक्रम "न्यूज़ की पाठशाला" ने हाल ही में डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारतीय सामानों पर लगाए गए टैरिफ पर भारत सरकार के कड़े जवाब को विस्तार से कवर किया।

ट्रंप की घोषणा क्या है?

डोनाल्ड ट्रंप ने 1 अगस्त, 2025 से भारतीय आयात पर 25% टैरिफ लगाने की घोषणा की है। उन्होंने यह भी कहा कि रूस से सैन्य उपकरण और ऊर्जा की लगातार खरीद के लिए भारत पर एक अतिरिक्त "जुर्माना" भी लगेगा। ट्रंप ने इस कदम के पीछे भारत के "बहुत अधिक टैरिफ" और "कठोर और आपत्तिजनक गैर-मौद्रिक व्यापार बाधाओं" को कारण बताया। उन्होंने यूक्रेन युद्ध के बीच रूस के साथ भारत के संबंधों की भी आलोचना की।

भारत सरकार की प्रतिक्रिया

भारत के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने ट्रंप की घोषणा पर "संज्ञान" लिया है और इसके "निहितार्थों का अध्ययन" कर रहा है। भारत ने अपने राष्ट्रीय हित, विशेष रूप से अपने किसानों, उद्यमियों और MSMEs के हितों की रक्षा के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है। भारत ने लगातार यह भी कहा है कि उसके कृषि और डेयरी क्षेत्र व्यापार सौदों के लिए खुले नहीं हैं और समय-सीमा व्यापार वार्ताओं को तय नहीं कर सकती है।

भारत पर संभावित प्रभाव

  • टैरिफ से अमेरिका को भारत के निर्यात पर असर पड़ने की आशंका है, जिसका अनुमान 2024 में लगभग $87 बिलियन है।

  • जो प्रमुख क्षेत्र जोखिम में हैं उनमें रत्न और आभूषण, फार्मास्यूटिकल्स, वस्त्र, परिधान, समुद्री उत्पाद, चमड़ा, ऑटोमोबाइल, ऑटो घटक, स्टील, एल्यूमीनियम, स्मार्टफोन और सौर मॉड्यूल शामिल हैं।

  • जबकि कुछ विशेषज्ञ GDP वृद्धि में संभावित कमी की चेतावनी देते हैं, अन्य का मानना है कि प्रभाव अस्थायी हो सकता है, जो एक व्यापार समझौते पर निर्भर करेगा।

  • रूस के साथ व्यापार के लिए अतिरिक्त जुर्माना अभी स्पष्ट नहीं है।

चल रही बातचीत

भारत और अमेरिका "निष्पक्ष, संतुलित और पारस्परिक रूप से लाभकारी द्विपक्षीय व्यापार समझौते" के लिए बातचीत में लगे हुए हैं। आगे की बातचीत के लिए अगस्त में एक अमेरिकी व्यापार टीम के भारत आने की उम्मीद है। ट्रंप ने खुद संकेत दिया है कि अमेरिका अभी भी भारत के साथ बातचीत कर रहा है।

सुशांत सिन्हा के कार्यक्रम ने निश्चित रूप से भारत सरकार के दृढ़ रुख और अमेरिकी टैरिफ के भारत की अर्थव्यवस्था और अमेरिका के साथ व्यापार संबंधों पर संभावित प्रभावों पर प्रकाश डाला होगा।

The world is surprised to see a Muslim woman devotee of Lord Shiva

🌸 हिंदी में भावार्थ:

"एक मुस्लिम महिला की भगवान शिव के प्रति भक्ति देखकर दुनिया चकित है।"


🌼 विस्तारपूर्वक:

"जहां धर्म की दीवारें लोगों को बांटती हैं, वहीं एक मुस्लिम महिला का भगवान शिव के प्रति समर्पण यह साबित करता है कि भक्ति किसी धर्म की मोहताज नहीं होती। आत्मा की पुकार न मजहब देखती है, न जात-पात — बस ईश्वर का नाम जानती है।"


🕊️ सोशल मीडिया या कविता के रूप में:

"मजहब की बंदिशों को तोड़ कर,
एक रूह चली भोले के द्वार।
ना नाम देखा, ना धर्म जाना,
सिर्फ हर हर महादेव पुकारा।"

Deshhit: असम में घुसपैठियों के खिलाफ बुलडोजर एक्शन! | Himanta Biswa Sarm...

Certainly! Here's the information about the bulldozer action and measures against illegal infiltrators in Assam, explained in Hindi:


देशहित: असम में घुसपैठियों के खिलाफ बुलडोजर एक्शन!

असम में मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के नेतृत्व में सरकार अवैध घुसपैठियों और अतिक्रमणों के खिलाफ सक्रिय रूप से बुलडोजर कार्रवाई और अन्य उपाय कर रही है। यह उनकी सरकार की एक प्रमुख नीति रही है, जिसका उद्देश्य राज्य की जनसांख्यिकी और भूमि को उन लोगों से बचाना है जिन्हें वे अवैध अप्रवासी मानते हैं, खासकर बांग्लादेश से आने वाले।


बुलडोजर कार्रवाई और बेदखली अभियान

असम सरकार कथित अवैध कब्जे वाली भूमि को खाली कराने के लिए बड़े पैमाने पर बेदखली अभियान चला रही है, जिसमें अक्सर बुलडोजर का इस्तेमाल होता है। इन अभियानों ने विभिन्न क्षेत्रों को निशाना बनाया है, जिनमें शामिल हैं:

  • धुबरी: हालिया रिपोर्टों से पता चलता है कि संतोषपुर और चिराकोटा जैसे क्षेत्रों में भूमि पर अवैध कब्जे के खिलाफ महत्वपूर्ण बुलडोजर कार्रवाई की गई है।

  • गोवालपारा: बेदखली अभियानों ने हजारों परिवारों को विस्थापित किया है, जिनमें मुख्य रूप से बंगाली मूल के मुस्लिम निवासी शामिल हैं, जैसे कि आशुदुबी और हासिबिलाब। इन कार्रवाइयों ने जमीयत उलेमा-ए-हिंद (जेयूएच) जैसे कुछ संगठनों की आलोचना को आकर्षित किया है, जो सांप्रदायिक लक्ष्यीकरण और विस्थापितों के लिए पुनर्वास की कमी का आरोप लगाते हैं। सुप्रीम कोर्ट कथित तौर पर गोवालपारा में बुलडोजर कार्रवाई के खिलाफ एक याचिका पर सुनवाई करने वाला है।

  • गुवाहाटी में वेटलैंड्स: सरकार ने गुवाहाटी में शहरी बाढ़ की समस्याओं को दूर करने के लिए सिलसाको और दीपर बील जैसे वेटलैंड्स से अतिक्रमण हटाने के लिए भी बुलडोजर का इस्तेमाल किया है। इसमें इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट (आईआईएचएम) जैसी संरचनाओं को ध्वस्त करना भी शामिल है।


घुसपैठियों के खिलाफ "पुश बैक" रणनीति

बेदखली अभियानों के अलावा, मुख्यमंत्री सरमा ने अवैध घुसपैठ से निपटने के लिए "पुश बैक" रणनीति पर जोर दिया है। इसमें शामिल है:

  • निर्वासन: असम पुलिस बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें बांग्लादेश वापस भेजने में सक्रिय रही है। उदाहरण के लिए, जुलाई 2025 के अंत की रिपोर्टों में श्रीभूमि जिले से 20 घुसपैठियों को वापस भेजने का उल्लेख है, और हाल के महीनों में 350 से अधिक अवैध घुसपैठियों को वापस भेजा गया है।

  • बढ़ाया गया सीमा सतर्कता: बीएसएफ और असम पुलिस सहित सुरक्षा बलों ने नई प्रविष्टियों को रोकने के लिए भारत-बांग्लादेश सीमा पर अपनी निगरानी बढ़ा दी है।

  • कानूनी प्रावधान: सरकार अप्रवासी (असम से निष्कासन) अधिनियम, 1950 जैसे कानूनी प्रावधानों का उपयोग कर रही है, जो जिला आयुक्तों को घुसपैठियों की पहचान करने और उन्हें निष्कासित करने का अधिकार देता है।


हिमंत बिस्वा सरमा का रुख और बयान

मुख्यमंत्री सरमा ने अवैध आप्रवासन के खिलाफ लगातार एक मजबूत रुख व्यक्त किया है, अक्सर यह कहते हुए कि असम "सभी भारतीयों के लिए घर है, न कि राज्य की जनसांख्यिकी को बदलने की कोशिश कर रहे अवैध विदेशियों के लिए।" उनके बयानों के प्रमुख बिंदु शामिल हैं:

  • जनसांख्यिकीय परिवर्तन: वह अक्सर अवैध घुसपैठ के कारण असम की बदलती जनसांख्यिकी के बारे में चिंताओं पर प्रकाश डालते हैं, दशकों से मुस्लिम आबादी में वृद्धि का हवाला देते हुए।

  • शून्य सहनशीलता: सरमा ने अवैध अप्रवासियों के प्रति "शून्य सहनशीलता" की नीति पर जोर दिया है और इस बात पर जोर दिया है कि कार्रवाई जारी रहेगी।

  • जनता की जिम्मेदारी: उन्होंने जनता से यह भी आह्वान किया है कि घुसपैठ को रोकना केवल सरकार की नहीं, बल्कि सभी की जिम्मेदारी है।

  • राजनीतिक प्रवचन: उनकी कार्रवाइयों और बयानों ने अक्सर राजनीतिक वाकयुद्ध को जन्म दिया है, विपक्षी दल सरकार पर भेदभावपूर्ण प्रथाओं का आरोप लगाते हैं। सरमा ने बदले में, कुछ विपक्षी दलों पर घुसपैठियों को बचाने की कोशिश करने का आरोप लगाया है।


"बुलडोजर कार्रवाई" और "पुश बैक" रणनीति राज्य में अवैध घुसपैठ के मुद्दे को संबोधित करने के असम सरकार के प्रयासों के केंद्र में हैं, जो राज्य में एक लंबे समय से चला आ रहा और विवादास्पद मुद्दा है।

Apna Indore: Love Jihad के फंडिंग के आरोपी Congress नेता को पुलिस ने धर ...

यह वीडियो इंदौर के कांग्रेस नेता और पार्षद अनवर कादरी से जुड़े लव जिहाद के एक मामले पर प्रकाश डालता है।

वीडियो में दी गई जानकारी के मुख्य अंश:

  • अनवर कादरी पर आरोप लव जिहाद के मामलों में लड़कों को फंडिंग करने का आरोप है [01:57]।

  • बेटी की गिरफ्तारी अनवर कादरी की बेटी आयशा कादरी को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है [00:24]।

  • पुलिस की कार्रवाई पुलिस अनवर कादरी की तलाश कर रही है और उनकी गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें बनाई गई हैं [02:02]। अनवर कादरी पर इनाम की राशि बढ़ाकर ₹50000 कर दी गई है [02:16]।

  • मुस्लिम समाज का विरोध मुस्लिम समुदाय की महिलाएं डीसीपी से मिलीं और आयशा कादरी को रिहा करने की मांग की [02:35]। उनका कहना है कि आयशा को झूठे आरोपों में फंसाया गया है और उसे अपने माता-पिता के ठिकाने के बारे में भी जानकारी नहीं है [02:59]।

  • लव जिहाद के मामले वीडियो में बताया गया है कि मध्य प्रदेश में लव जिहाद के मामले लगातार सामने आ रहे हैं और एनसीडब्ल्यू की रिपोर्ट के अनुसार इन मामलों के पीछे बड़े पैमाने पर फंडिंग की जा रही है 


Drug Seizure by Mumbai Police: चाय की टपरी की आड़ में 390 करोड़ का ड्रग ...


🚨 मुख्य विवरण:

  • मात्रा & मूल्य: संयुक्त ऑपरेशन में लगभग 187‑192 किलो मेफेड्रोन (MD) जब्त किया गया, जिसकी अनुमानित अंतरराष्ट्रीय बाजार कीमत लगभग ₹381–₹390 करोड़ है The Indian Express+10Deccan Herald+10The Indian Express+10

  • ऑपरेशन: मुंबई पुलिस (साकी नाका सब-डिस्ट्रिक्ट) और मैसुरु पुलिस की साझा कार्रवाई। इनकी जांच की शुरुआत अप्रैल में वसई में आठ ग्राम हथिया पकड़ी जाने पर हुई, जिसके बाद नतीजा मैसुरु में स्थापित गुप्त MD फैक्ट्री तक पहुंचा mintThe Indian ExpressThe Indian Express

  • जगह: मैसुरु की रिंग रोड पर एक गैराज की आड़ में स्थित, सामने चाय की एक साधारण टपरी थी, जबकि पीछे गोपनीय रूप से ड्रग्स तैयार किए जा रहे थे Free Press JournalThe Indian Express

  • गिरफ्तार: अब तक कुल 8 व्यक्ति गिरफ्तार किए गए — जिनमें मुंबई, गुजरात और मैसुरु से संबंधित लोग शामिल हैं; उनमें से चार को फैक्ट्री साइट से हिरासत में लिया गया Hindustan Times+5Free Press Journal+5mint+5

  • उपकरण और रसायन: ओवन, हीटिंग मशीनों, केमिकल्स (acetone, isopropyl alcohol, chloroform, magnesium sulfate) सहित उत्पादन सामग्री जब्त की गई Hindustan Times

  • पुलिस कार्रवाई: मैसुरु पुलिस कमिश्नर सेमा लटकरी ने निष्क्रियता के आरोप में नारसिम्हराजा पुलिस थाने के इंस्पेक्टर लक्ष्मीकांत तल्वर को निलंबित भी किया था, हालांकि बाद में निलंबन वापस लिया गया The Indian ExpressFree Press Journal


📌 निष्कर्ष:

  • यह महाराष्ट्र में अब तक की सबसे बड़ी ड्रग जब्ती में से एक है, जिसमें मेफेड्रोन के निर्माण- नेटवर्क और वितरण गिरोह की पहचान हुई।

  • चाय की टपरी जैसी साधारण आड़ के पीछे चल रही गुप्त गतिविधि से यह गिरोह चालाकी से काम कर रहा था।

  • पुलिस की सर्वदिशीय पूछताछ और तकनीकी जांच ने मास्टरमाइंड तक पहुँचने में मदद की।

  • देर से लेकिन कठोर कार्रवाई की शुरुआत हुई—जिसने राज्य पुलिस की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े किए हैं।


अगर आप चाहें तो मैं आपको गिरफ्तार आरोपियों, केस दर्ज आयुर्वत विवरण, NDPS अधिनियम में प्रविष्ट आरोप, सामग्री की विस्तृत सूची या दोनों राज्यों (महाराष्ट्र और कर्नाटक) की पुलिस की भूमिका पर और जानकारी दे सकता हूँ। बताइए!

संबंधित समाचार स्रोत
Mumbai police seize mephedrone worth Rs 382cr after ...
The Times of India
Yesterday
State's biggest ever drug haul: Cops seize 188 kg worth Rs 381 cr
The Times of India

Sambit Patra Loksabha Speech : Rahul Gandhi की ऐसी रेलाई सुनकर सदमें में...

🔥 क्या हुआ लोकसभा में?

लोकसभा की मानसून सत्र के दौरान 'Operation Sindoor' पर चर्चा के बीच भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने राहुल गांधी द्वारा संसद में दिए गए बयान पर तीखा पलटवार किया। सांसद ने राहुल गांधी की "ऐसी रेलाई" सुनकर कांग्रेस को चौंका दिया, और सदन में माहौल गरमा गया The Times of India+15YouTube+15YouTube+15

उनके हमले का आधार राहुल गांधी की सरकार की रणनीति पर चोट थी, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने पायलट्स की कार्यक्षमता को सीमित रखा, और रक्षा परीक्षणों को राजनीतिक छवि बचाने के लिए प्राथमिकता दी गई। उल्लेखनीय बात यह है कि राहुल गांधी ने Operation Sindoor को लेकर सरकार की आलोचना की थी कि उन्होंने पाकिस्तान को यह बताकर त्वरित शांतिपूर्ण संकेत भेज दिए कि भारत द्वारा कोई सैन्य प्रतिष्ठान नहीं निशाना बनाया जा रहा है, जिससे संदेश यह गया कि सरकार राजनैतिक स्वार्थ साध रही है The Economic TimesThe Times of IndiaMaharashtra TimesThe Times of India


✍️ राहुल गांधी के मुख्य आरोप:

  • राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी — उन्होंने कहा कि आज जो राजनीतिक इच्छाशक्ति सरकार में नहीं है, वह 1971 के नेतृत्व में जरूर थी The Economic TimesMaharashtra Times

  • अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नाकाफी समर्थन — राहुल ने यह भी पूछा कि क्यों किसी देश ने पाकिस्तान की निंदा नहीं की, जब पहालग्राम आतंकवाद हमले में 26 नागरिकों की जान गई थी The Economic Times+1The Times of India+1

  • सैनिकों पर कंट्रोल — राहुल गांधी ने रक्षा मंत्री पर आरोप लगाया कि उन्होंने पायलटों की कार्यक्षमता पर अवैध प्रतिबंध लगाए, जिससे ऑपरेशन की प्रभावशीलता प्रभावित हुई The Times of India


📰 संदर्भ और पृष्ठभूमि

  • Operation Sindoor पहालग्राम आतंकी हमले के बाद भारतीय जवाबी कार्रवाई थी, जिस पर संसद में विशेष चर्चा हुई।

  • राहुल गांधी ने सरकार के रवैये पर सवाल उठाए और कांग्रेस की ओर से रक्षा और राजनैतिक दृष्टिकोण में सुधार की मांग की।

  • संबित पात्रा ने प्रतिक्रिया में राहुल को निशाना बनाते हुए कहा कि उनका हमला "चौंकाने वाला" था और कांग्रेस को "धोया" गया जैसा महसूस हुआ।


📌 निष्कर्ष:

इस सत्र में लोकसभा में दोनों पक्षों के अत्यधिक तीखे आरोप-प्रत्यारोप हुए—राहुल गांधी की ओर से केंद्र सरकार की रणनीति, राजनीतिक इच्छाशक्ति और कूटनीतिक दृष्टिकोण पर सवाल उठे, वहीं संबित पात्रा ने राहुल गांधी के बयान को सीधे निशाने पर लेते हुए कांग्रेस को बेचैन किया।

Donald Trump पर Rahul Gandhi का सवाल, PM Modi का जवाब ! | News Ki Pathsh...

Pm Modi का काफिला उतरा समंदर में , मचा हड़कंप !Bitra Island | China O...

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की मालदीव यात्रा और मालदीव के चीन, तुर्की और पाकिस्तान के साथ बढ़ते संबंधों पर भारत की रणनीतिक प्रतिक्रिया के बारे में "Pm Modi का काफिला उतरा समंदर में, मचा हड़कंप! Bitra Island | China On Modi Maldives Visit |" वीडियो का सारांश यहाँ दिया गया है:

वीडियो के मुख्य बिंदु:

  • पीएम मोदी का समुद्री काफिला: वीडियो की शुरुआत में मालदीव की राजधानी माले में पीएम मोदी का अनोखा समुद्री काफिला दिखाया गया है, जिसमें उनकी नौका सुरक्षा जहाजों से घिरी हुई है। वह मालदीव के स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्य अतिथि थे।

  • मालदीव-भारत संबंधों में बदलाव: मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के "इंडिया आउट" अभियान के बावजूद, उन्होंने पीएम मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया, और दोनों देशों के बीच आठ समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए।

  • मालदीव का रणनीतिक महत्व: वीडियो में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि मालदीव का स्थान रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है और अगर यह पाकिस्तान और चीन के साथ बहुत करीब से जुड़ता है तो भारत के लिए खतरा पैदा कर सकता है।

  • बिट्रा द्वीप के लिए भारत की योजना: भारत कथित तौर पर अपने लक्षद्वीप द्वीपसमूह में बिट्रा द्वीप को एक बड़ा नौसैनिक अड्डा स्थापित करने की योजना बना रहा है।

    • बिट्रा द्वीप का महत्व: बिट्रा लक्षद्वीप के 10 बसे हुए द्वीपों में सबसे छोटा है लेकिन रणनीतिक रूप से स्थित है।

    • नौसैनिक अड्डे का विकास: भारत सरकार बिट्रा द्वीप पर युद्धपोतों, फ्रिगेट्स और विध्वंसकों के लिए एक महत्वपूर्ण नौसैनिक अड्डा बनाने की तैयारी कर रही है।

    • मौजूदा नौसैनिक स्टेशन: लक्षद्वीप में भारत के पहले से ही दो नौसैनिक स्टेशन हैं, और बिट्रा पर एक तीसरा आधार होगा।

    • रणनीतिक लाभ: यह आधार प्रमुख तेल और गैस आपूर्ति मार्गों की निगरानी और नियंत्रण के लिए और चीन, पाकिस्तान, तुर्की और मालदीव पर नज़र रखने के लिए महत्वपूर्ण होगा।

  • मालदीव नेतृत्व के बारे में चिंताएं: वीडियो में मालदीव के राष्ट्रपति के भारत के साथ दीर्घकालिक संबंधों के बारे में चिंता व्यक्त की गई है, क्योंकि उनके राष्ट्रपति बनने के बाद से मालदीव में चीन, पाकिस्तान और तुर्की का प्रभाव बढ़ गया है। बिट्रा द्वीप आधार को इन देशों की निगरानी के लिए भारत के लिए आवश्यक माना जाता है।

News Ki Pathshala: हाशिम मूसा तक कैसे पहुंच गई सेना? Operation Mahadev क...

"न्यूज़ की पाठशाला: हाशिम मूसा तक कैसे पहुंच गई सेना? ऑपरेशन महादेव क..." वीडियो में "ऑपरेशन महादेव" के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है। यह ऑपरेशन सेना द्वारा चलाया गया था जिसमें पहलगाम हमले के मास्टरमाइंड हाशिम मूसा सहित तीन आतंकियों को मार गिराया गया। वीडियो में बताया गया है कि कैसे सेना को हाशिम मूसा की गतिविधियों का पता चला, कैसे उसने अपना हुलिया बदला था, और कैसे सेना ने उसे पहचान लिया। इसमें यह भी बताया गया है कि मारे गए आतंकियों के पास से भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद, एक पाकिस्तानी पासपोर्ट और सैटेलाइट फोन भी बरामद हुए हैं। इस ऑपरेशन की चर्चा संसद में भी हुई थी।

अच्छा, यहाँ आपके लिए एक मज़ेदार जोक है: टीचर: "न्यूटन का नियम बताओ।" छात्र: "सर, न्यूटन का नियम यह है कि... अगर क्लास में टीचर हों तो बच्चे शांत रहते हैं, और जैसे ही,हाँ, बिल्कुल! यहाँ आपके लिए एक और जोक है: टीचर (छात्र से): "बताओ, दुनिया में सबसे ज़्यादा तेज़ी से क्या फैलता है?" छात्र: "सर, ख़बर!" टीचर: "शाबाश! कोई उदाहरण दो।" छात्र: "जब मैं सुबह स्कूल जाने के लिए लेट होता हूँ, तो ये ख़बर पूरे मोहल्ले में मुझसे पहले पहुँच जाती है कि 'आज फिर देर हो गई!'" टीचर बाहर जाते हैं, बच्चे उछलना-कूदना शुरू कर देते हैं।" टीचर: "तुम्हारा मतलब?" छात्र: "मतलब, जब तक कोई बाहरी बल (टीचर) न लगाया जाए, तब तक वस्तु (बच्चे) अपनी विरामावस्था या एकसमान गति की अवस्था में ही रहती है!"

हाँ, बिल्कुल! यहाँ आपके लिए एक और जोक है:


टीचर (छात्र से): "बताओ, दुनिया में सबसे ज़्यादा तेज़ी से क्या फैलता है?" छात्र: "सर, ख़बर!" टीचर: "शाबाश! कोई उदाहरण दो।" छात्र: "जब मैं सुबह स्कूल जाने के लिए लेट होता हूँ, तो ये ख़बर पूरे मोहल्ले में मुझसे पहले पहुँच जाती है कि 'आज फिर देर हो गई!'"

अच्छा, यहाँ आपके लिए एक मज़ेदार जोक है:

टीचर: "न्यूटन का नियम बताओ।" छात्र: "सर, न्यूटन का नियम यह है कि... अगर क्लास में टीचर हों तो बच्चे शांत रहते हैं, और जैसे ही टीचर बाहर जाते हैं, बच्चे उछलना-कूदना शुरू कर देते हैं।" टीचर: "तुम्हारा मतलब?" छात्र: "मतलब, जब तक कोई बाहरी बल (टीचर) न लगाया जाए, तब तक वस्तु (बच्चे) अपनी विरामावस्था या एकसमान गति की अवस्था में ही रहती है!"

 
























AAJTAK 2 | PAKISTAN में किसने की RAMLEELA दिखाने की हिम्मत ? RAM-SITA सह...

आजतक पर हाल ही में पाकिस्तान में रामलीला के मंचन को लेकर खबरें आई हैं। यह खबर पाकिस्तान के कराची शहर से है, जहां "मौज" नाम के एक थिएटर ग्रुप ने हिंदू महाकाव्य रामायण का मंचन किया है।

इस मंचन की सबसे खास बात यह है कि इसमें मुस्लिम कलाकारों ने भी अहम भूमिकाएं निभाईं, जिसमें राणा काज़मी ने सीता का किरदार निभाया और अश्मल लालवानी ने भगवान राम की भूमिका अदा की। नाटक का निर्देशन योगेश्वर करेरा ने किया है।

यह रामलीला न केवल पाकिस्तान में बल्कि भारत और विश्व भर में चर्चा का विषय बनी हुई है क्योंकि इसने धार्मिक सद्भाव और कलात्मक अभिव्यक्ति का एक अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया है। रिपोर्टों के अनुसार, दर्शकों ने इस मंचन को बहुत सराहा और "जय श्री राम" के नारे भी लगाए गए।

यह दर्शाता है कि कला और संस्कृति किसी धर्म या सीमा की मोहताज नहीं होती और यह विभिन्न समुदायों के बीच समझ और शांति को बढ़ावा दे सकती है

Desh Ka Mood Meter : गोल्डन ट्राएंगल' का झांसा..जो भी गया बहुत बुरा फंसा...

आपकी बात बिल्कुल सही है! "देश का मूड मीटर: गोल्डन ट्राएंगल का झांसा...जो भी गया बहुत बुरा फंसा..." - यह वाक्य स्पष्ट रूप से किसी बड़े घोटाले और धोखे की ओर इशारा करता है, और हाल की खबरें एक बहुत ही गंभीर और परेशान करने वाले ट्रेंड को उजागर करती हैं, जिसका संबंध "गोल्डन ट्राएंगल" से है।


साइबर अपराध और मानव तस्करी का "गोल्डन ट्राएंगल"

जबकि भारत में पारंपरिक "गोल्डन ट्राएंगल" दिल्ली, आगरा और जयपुर के लोकप्रिय पर्यटन सर्किट को संदर्भित करता है, हाल की खबरों में, खासकर जब इसे घोटालों और लोगों के "फंसने" से जोड़ा जाता है, तो यह एक दूसरे "गोल्डन ट्राएंगल" को संदर्भित करता है - यह दक्षिण-पूर्व एशिया में कंबोडिया, म्यांमार और लाओस के कुछ हिस्सों को घेरने वाला एक कुख्यात क्षेत्र है। यह क्षेत्र अंतर्राष्ट्रीय साइबर अपराध और मानव तस्करी का एक बड़ा अड्डा बन गया है।

यहां बताया गया है कि यह वाक्यांश किस ओर इशारा कर रहा है:

  • नकली नौकरी के प्रस्ताव: कई भारतीय, खासकर युवा और शिक्षित व्यक्ति, आकर्षक नौकरियों के वादों के साथ इस "गोल्डन ट्राएंगल" (कंबोडिया, म्यांमार, लाओस) में फुसलाए जाते हैं। ये पेशकश अक्सर सोशल मीडिया, फर्जी भर्ती एजेंसियों या सीधे संपर्क के माध्यम से फैलाई जाती हैं।

  • मानव तस्करी और साइबर गुलामी: एक बार जब ये व्यक्ति इस क्षेत्र में पहुंच जाते हैं (अक्सर थाईलैंड जैसे पारगमन बिंदुओं के माध्यम से), तो उनके पासपोर्ट जब्त कर लिए जाते हैं, और उन्हें साइबर अपराध संचालन में जबरन धकेल दिया जाता है। उन्हें भारी सुरक्षा वाले परिसरों में बंदी बनाकर रखा जाता है, जहां उन्हें क्रूर परिस्थितियों, शारीरिक शोषण, भुखमरी और लगातार धमकियों का सामना करना पड़ता है।

  • जबरन साइबर धोखाधड़ी: इन पीड़ितों को विभिन्न ऑनलाइन धोखाधड़ी करने के लिए मजबूर किया जाता है, जिनमें शामिल हैं:

    • "डिजिटल गिरफ्तारी" घोटाले: जहां घोटालेबाज कानून प्रवर्तन या सरकारी अधिकारियों का प्रतिरूपण करते हैं और पीड़ितों को पैसे का भुगतान न करने पर गिरफ्तारी की धमकी देते हैं।

    • क्रिप्टोकरेंसी धोखाधड़ी: लोगों को उच्च रिटर्न का वादा करने वाली नकली निवेश योजनाओं में फंसाना।

    • कॉल सेंटर घोटाले: व्यक्तियों को व्यक्तिगत या वित्तीय जानकारी देने के लिए धोखा देना।

  • भारी वित्तीय नुकसान: इन घोटालों का पैमाना बहुत बड़ा है। रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि केवल 2024 के पहले चार महीनों में ही इन साइबर धोखाधड़ी के कारण भारत से ₹7,000 करोड़ की रकम लूटी जा चुकी है।

  • सरकारी हस्तक्षेप: लाओस, म्यांमार और कंबोडिया में भारतीय दूतावास फंसे हुए भारतीय नागरिकों को बचाने और वापस लाने के लिए स्थानीय अधिकारियों के साथ सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। सैकड़ों भारतीयों को बचाया गया है, लेकिन माना जाता है कि कई और अभी भी बंदी हैं।


ऐसा क्यों हो रहा है?

  • कमजोर वर्ग: बेरोजगार युवा और बेहतर अवसर तलाशने वाले लोग इन धोखेबाज नौकरी के प्रस्तावों के लिए आसान लक्ष्य होते हैं।

  • परिष्कृत नेटवर्क: ये सिंडिकेट अत्यधिक संगठित होते हैं, अक्सर विदेशियों द्वारा चलाए जाते हैं, और चोरी किए गए धन को स्थानांतरित करने के लिए क्रिप्टोकरेंसी सहित जटिल मनी लॉन्ड्रिंग तकनीकों का उपयोग करते हैं।

  • जागरूकता की कमी: कई पीड़ितों को इस क्षेत्र में इन आकर्षक लगने वाले नौकरी के प्रस्तावों से जुड़े खतरों के बारे में जानकारी नहीं होती है।


किन बातों पर ध्यान दें और सुरक्षित कैसे रहें:

  • "सच होने के लिए बहुत अच्छा" लगने वाले प्रस्तावों पर संदेह करें: यदि कोई नौकरी का प्रस्ताव, खासकर विदेश में, न्यूनतम योग्यता या अनुभव के साथ बहुत अधिक वेतन का वादा करता है, तो यह एक बड़ा रेड फ्लैग है।

  • भर्ती एजेंसियों को सत्यापित करें: किसी भी भर्ती एजेंसी या कंपनी की वैधता की हमेशा जांच करें। उनकी आधिकारिक वेबसाइटों, समीक्षाओं और संपर्क विवरणों की जांच करें।

  • गंतव्य पर शोध करें: उस देश और विशिष्ट क्षेत्र के बारे में अच्छी तरह से शोध करें जहां नौकरी की पेशकश की जा रही है। उस क्षेत्र में घोटालों या मानव तस्करी के बारे में खबरें देखें।

  • वीजा आवश्यकताओं की जांच करें: गंतव्य देश में रोजगार के लिए सही वीजा प्रक्रियाओं को समझें। पर्यटक वीजा रोजगार की अनुमति नहीं देते हैं, और ऐसा कोई भी प्रस्ताव जो अन्यथा बताता है वह धोखाधड़ी है।

  • अपना पासपोर्ट कभी न दें: आपका पासपोर्ट आपका सबसे महत्वपूर्ण यात्रा दस्तावेज है। इसे अधिकृत आव्रजन अधिकारियों के अलावा किसी और को कभी न दें।

  • अपने परिवार को सूचित करें: अपनी यात्रा योजनाओं, नौकरी के प्रस्तावों के बारे में हमेशा अपने परिवार और दोस्तों को सूचित करें और नियमित संपर्क में रहें।

  • संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट करें: यदि आपको कोई संदिग्ध नौकरी का प्रस्ताव या भर्ती अभियान मिलता है, तो स्थानीय पुलिस या साइबर क्राइम अधिकारियों को इसकी सूचना दें।