*कही पर गम,* *तो कही पर सरगम.* *ये सारे कुदरत के

*कही पर गम,*
*तो कही पर सरगम.*
*ये सारे कुदरत के नज़ारे हैं..!!*


*प्यासे तो वो भी रह जाते हैं,*
*जिनके घर दरिया किनारे हैं...!!*