Ratlam में Government Hospital का घिनौना चेहरा, लापरवाही से गयी मासूम की...


Ratlam में Government Hospital का घिनौना चेहरा, लापरवाही से गयी मासूम की...

मध्य प्रदेश के रतलाम जिले में सरकारी अस्पताल की लापरवाही से जुड़ी एक हृदयविदारक घटना सामने आई है। 23 मार्च 2025 को सैलाना कस्बे की निवासी नीतू ग्वाला, जो प्रसव पीड़ा से ग्रस्त थीं, को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दो बार भर्ती करने से मना कर दिया गया। पहली बार सुबह 9 बजे नर्स चेतना चारेल ने यह कहकर वापस भेज दिया कि प्रसव में अभी 2-3 दिन शेष हैं। दूसरी बार रात 1 बजे नर्स गायत्री पाटीदार ने उन्हें यह कहते हुए लौटा दिया कि प्रसव में अभी 15 घंटे बाकी हैं।punjabkesari+4आज तक+4Hindustan News+4

तीसरी बार, जब नीतू को फिर से तेज प्रसव पीड़ा हुई, तो उनके पति कृष्णा ग्वाला ने उन्हें ठेले पर लिटाकर अस्पताल ले जाने का प्रयास किया। दुर्भाग्यवश, रास्ते में ही नीतू का प्रसव हो गया और नवजात शिशु की मृत्यु हो गई।आज तक+4punjabkesari+4Navbharat Times+4Hindustan News

इस घटना के बाद प्रशासन ने कार्रवाई की है:

  • नर्स चेतना चारेल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।Jansatta+4Hindustan News+4आज तक+4

  • संविदा नर्स गायत्री पाटीदार की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं।Jansatta+4punjabkesari+4आज तक+4

  • सैलाना ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर (BMO) डॉ. पी.सी. कोली को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।Hindustan News+3punjabkesari+3Jansatta+3

  • ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर शैलेश डांगे के खिलाफ कार्रवाई के लिए राज्य स्वास्थ्य सेवा आयुक्त को पत्र भेजा गया है।Navbharat Times+4punjabkesari+4आज तक+4

यह घटना सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की आवश्यकता को दर्शाती है, ताकि भविष्य में ऐसी दुखद घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

अधिक जानकारी के लिए, आप निम्नलिखित वीडियो देख सकते हैं: