India Pakistan War: तीन धमाकों से दहला पाकिस्तान का लाहौर | Explosions i...

India Pakistan War: तीन धमाकों से दहला पाकिस्तान का लाहौर | Explosions i...

7 मई 2025 को भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुँच गया जब भारतीय सशस्त्र बलों ने "ऑपरेशन सिंदूर" के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकवादी ठिकानों पर लक्षित हमले किए। इन हमलों का उद्देश्य 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का प्रतिशोध लेना था, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी।The Times of India

मसूद अजहर के परिवार पर हमला

इन हमलों में जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर के बहावलपुर स्थित ठिकाने को भी निशाना बनाया गया, जिसमें उनकी बड़ी बहन, बहनोई, एक भतीजा, उसकी पत्नी और अन्य रिश्तेदारों सहित कुल 10 पारिवारिक सदस्य और 4 करीबी सहयोगी मारे गए। The Times of India

मसूद अजहर की प्रतिक्रिया

परिवार के सदस्यों की मौत के बाद मसूद अजहर ने एक बयान में कहा, "मेरे लिए यह एक बहुत बड़ा नुकसान है। काश मैं भी उस हमले में मारा गया होता।" हालांकि, कुछ रिपोर्टों में यह भी कहा गया है कि उन्होंने इन मौतों को "शहादत" करार देते हुए इसे "सम्मान की बात" बताया और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अत्याचार का आरोप लगाया। InstagramDailymotion

पाकिस्तान की प्रतिक्रिया

पाकिस्तान ने इन हमलों को "अकारण और स्पष्ट युद्ध की कार्रवाई" बताया है और कहा है कि वह "उचित समय और स्थान पर" इसका जवाब देगा। पाकिस्तानी अधिकारियों का दावा है कि इन हमलों में 26 नागरिक मारे गए, जिनमें महिलाएं और बच्चे शामिल हैं, जबकि भारत ने कहा है कि हमले केवल आतंकवादी ठिकानों पर केंद्रित थे और नागरिकों को नुकसान पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था। The War ZoneThe Guardian

अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया

अमेरिका, चीन, रूस और फ्रांस सहित कई देशों ने दोनों पक्षों से संयम बरतने और तनाव को कम करने की अपील की है। संयुक्त राष्ट्र ने भी चेतावनी दी है कि स्थिति और अधिक बिगड़ सकती है। इसके अलावा, कई अंतर्राष्ट्रीय एयरलाइनों ने पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र से उड़ानों को मोड़ना शुरू कर दिया है। The Guardian

निष्कर्ष

"ऑपरेशन सिंदूर" के तहत भारत द्वारा किए गए हमलों ने भारत-पाकिस्तान संबंधों में एक नया मोड़ ला दिया है। मसूद अजहर के परिवार के सदस्यों की मौत ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की कार्रवाई को और अधिक दृढ़ता प्रदान की है, लेकिन इसके साथ ही क्षेत्र में तनाव भी बढ़ गया है। आने वाले दिनों में दोनों देशों की रणनीति और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की भूमिका महत्वपूर्ण होगी।

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