ज्योति मल्होत्रा, एक ट्रैवल व्लॉगर और यूट्यूबर, को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने संवेदनशील जानकारी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को भेजी। उनकी गिरफ्तारी के बाद, उन्हें हिसार की अदालत ने चार दिन की पुलिस हिरासत में भेजा है।Maharashtra Times
प्रमुख आरोप और जांच की स्थिति
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गिरफ्तारी और आरोप: ज्योति मल्होत्रा को 17 मई 2025 को गिरफ्तार किया गया। उन पर भारतीय दंड संहिता की धारा 152 और आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम की धाराओं 3 और 5 के तहत मामला दर्ज किया गया है, जो भारत की संप्रभुता को खतरे में डालने और संवेदनशील जानकारी के गलत संप्रेषण से संबंधित हैं。 The Times of India
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पुलिस रिमांड: पांच दिन की प्रारंभिक रिमांड के बाद, अदालत ने जांच के लिए उनकी हिरासत चार दिन और बढ़ा दी है। पुलिस का उद्देश्य है कि वे उन सीमावर्ती क्षेत्रों की पहचान करें जहां मल्होत्रा ने कथित रूप से वीडियो शूट किए थे। The Times of India
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डिजिटल सबूत और संपर्क: जांच के दौरान, पुलिस ने मल्होत्रा के मोबाइल, लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए हैं। इनमें से लगभग 150 अश्लील चैट्स और कई आपत्तिजनक वीडियो मिले हैं। इसके अलावा, मल्होत्रा के चार बैंक खातों की भी जांच की जा रही है, हालांकि अभी तक किसी वित्तीय लेन-देन की पुष्टि नहीं हुई है। The Times of India
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पाकिस्तानी संपर्क: मल्होत्रा पर आरोप है कि उन्होंने एक पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी के साथ व्यक्तिगत संबंध बनाए और उसके साथ बाली की यात्रा भी की। वे व्हाट्सएप, टेलीग्राम और स्नैपचैट जैसे एन्क्रिप्टेड प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से संवेदनशील जानकारी साझा करती थीं। @EconomicTimes
सामाजिक और राजनीतिक प्रतिक्रिया
इस मामले ने भारत में ट्रैवल व्लॉगर्स और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स के बीच चिंता बढ़ा दी है। कुछ अन्य व्लॉगर्स, जैसे नवांकुर चौधरी (यात्री डॉक्टर), दीपांशु सांगवान (नोमैडिक इंडियन), प्रियंका सेनापति और सौमित्र भट्टाचार्य, भी जांच के दायरे में आ गए हैं, हालांकि उनके खिलाफ कोई औपचारिक आरोप नहीं लगाए गए हैं।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी मल्होत्रा की मुंबई यात्राओं की जांच के आदेश दिए हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि मामला राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से गंभीरता से लिया जा रहा है। The Times of India
निष्कर्ष
ज्योति मल्होत्रा का मामला एक गंभीर राष्ट्रीय सुरक्षा चिंता का विषय बन गया है, जिसमें सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के दुरुपयोग के माध्यम से जासूसी की नई विधियों का संकेत मिलता है। जांच जारी है, और आने वाले दिनों में और भी खुलासे हो सकते हैं।
यदि आप इस मामले से संबंधित और जानकारी चाहते हैं या किसी विशेष पहलू पर चर्चा करना चाहते हैं, तो कृपया बताएं