Showing posts with label Bhakti songs. Show all posts
Showing posts with label Bhakti songs. Show all posts

अधिकतर घरों में बच्चे यह दो प्रश्न अवश्य पूछते हैं जब दीपावली भगवान राम के 14 वर्ष के वनवास से अयोध्या लौटने की खुशी में मनाई जाती है तो दीपावली पर लक्ष्मी पूजन क्यों होता है? राम और सीता की पूजा क्यों नही? दूसरा यह कि दीपावली पर लक्ष्मी जी के साथ गणेश जी की पूजा क्यों होती है, विष्णु भगवान की क्यों नहीं? इन प्रश्नों का उत्तर अधिकांशतः बच्चों को नहीं मिल पाता और जो मिलता है उससे बच्चे संतुष्ट नहीं हो पाते।आज की शब्दावली के अनुसार कुछ ‘लिबरर्ल्स लोग’ युवाओं और बच्चों के मस्तिष्क में यह प्रश्न डाल रहें हैं कि लक्ष्मी पूजन का औचित्य क्या है, जबकि दीपावली का उत्सव राम से जुड़ा हुआ है। कुल मिलाकर वह बच्चों का ब्रेनवॉश कर रहे हैं कि सनातन धर्म और सनातन त्यौहारों का आपस में कोई तारतम्य नहीं है।सनातन धर्म बेकार है।आप अपने बच्चों को इन प्रश्नों के सही उत्तर बतायें। दीपावली का उत्सव दो युग, सतयुग और त्रेता युग से जुड़ा हुआ है। सतयुग में समुद्र मंथन से माता लक्ष्मी उस दिन प्रगट हुई थी इसलिए लक्ष्मीजी का पूजन होता है। भगवान राम भी त्रेता युग में इसी दिन अयोध्या लौटे थे तो अयोध्या वासियों ने घर घर दीपमाला जलाकर उनका स्वागत किया था इसलिए इसका नाम दीपावली है।अत: इस पर्व के दो नाम है लक्ष्मी पूजन जो सतयुग से जुड़ा है दूजा दीपावली जो त्रेता युग प्रभु राम और दीपों से जुड़ा है। लक्ष्मी गणेश का आपस में क्या रिश्ता है और दीवाली पर इन दोनों की पूजा क्यों होती है? लक्ष्मी जी सागरमन्थन में मिलीं, भगवान विष्णु ने उनसे विवाह किया और उन्हें सृष्टि की धन और ऐश्वर्य की देवी बनाया गया। लक्ष्मी जी ने धन बाँटने के लिए कुबेर को अपने साथ रखा। कुबेर बड़े ही कंजूस थे, वे धन बाँटते ही नहीं थे।वे खुद धन के भंडारी बन कर बैठ गए। माता लक्ष्मी खिन्न हो गईं, उनकी सन्तानों को कृपा नहीं मिल रही थी। उन्होंने अपनी व्यथा भगवान विष्णु को बताई। भगवान विष्णु ने कहा कि तुम कुबेर के स्थान पर किसी अन्य को धन बाँटने का काम सौंप दो। माँ लक्ष्मी बोली कि यक्षों के राजा कुबेर मेरे परम भक्त हैं उन्हें बुरा लगेगा। तब भगवान विष्णु ने उन्हें गणेश जी की विशाल बुद्धि को प्रयोग करने की सलाह दी। माँ लक्ष्मी ने गणेश जी को भी कुबेर के साथ बैठा दिया। गणेश जी ठहरे महाबुद्धिमान। वे बोले, माँ, मैं जिसका भी नाम बताऊँगा , उस पर आप कृपा कर देना, कोई किंतु परन्तु नहीं। माँ लक्ष्मी ने हाँ कर दी।अब गणेश जी लोगों के सौभाग्य के विघ्न, रुकावट को दूर कर उनके लिए धनागमन के द्वार खोलने लगे।कुबेर भंडारी देखते रह गए, गणेश जी कुबेर के भंडार का द्वार खोलने वाले बन गए। गणेश जी की भक्तों के प्रति ममता कृपा देख माँ लक्ष्मी ने अपने मानस पुत्र श्रीगणेश को आशीर्वाद दिया कि जहाँ वे अपने पति नारायण के सँग ना हों, वहाँ उनका पुत्रवत गणेश उनके साथ रहें। दीवाली आती है कार्तिक अमावस्या को, भगवान विष्णु उस समय योगनिद्रा में होते हैं, वे जागते हैं ग्यारह दिन बाद देव उठनी एकादशी को। माँ लक्ष्मी को पृथ्वी भ्रमण करने आना होता है शरद पूर्णिमा से दीवाली के बीच के पन्द्रह दिनों में।इसलिए वे अपने सँग ले आती हैं अपने मानस पुत्र गणेश जी को। इसलिए दीवाली को लक्ष्मी गणेश की पूजा होती है। यह कैसी विडंबना है कि देश और हिंदुओ के सबसे बड़े त्यौहार का पाठ्यक्रम में कोई विस्तृत वर्णन नही है और जो वर्णन है वह अधूरा है।इस लेख को पढ़ कर स्वयं भी लाभान्वित हों और अपनी अगली पीढ़ी को भी बतायें। दूसरों के साथ साझा करना भी ना भूलेंI 🌹🌻🌹🌻🌹🌻🪷💕🩷💝💝❤‍🔥💖❣️💞🪯👩‍❤️‍👨Ⓜ️♏🕉️🕉️🕉️🕉️🙏🙏🙏🙏🙏🙏

 अधिकतर घरों में बच्चे यह दो प्रश्न अवश्य पूछते हैं जब दीपावली भगवान राम के 14 वर्ष के वनवास से अयोध्या लौटने की खुशी में मनाई जाती है तो दीपावली पर लक्ष्मी पूजन क्यों होता है? राम और सीता की पूजा क्यों नही? 

दूसरा यह कि दीपावली पर लक्ष्मी जी के साथ गणेश जी की पूजा क्यों होती है, विष्णु भगवान की क्यों नहीं?


इन प्रश्नों का उत्तर अधिकांशतः बच्चों को नहीं मिल पाता और जो मिलता है उससे बच्चे संतुष्ट नहीं हो पाते।आज की शब्दावली के अनुसार कुछ ‘लिबरर्ल्स लोग’  युवाओं और बच्चों के मस्तिष्क में यह प्रश्न डाल रहें हैं कि लक्ष्मी पूजन का औचित्य क्या है, जबकि दीपावली का उत्सव राम से जुड़ा हुआ है। कुल मिलाकर वह बच्चों का ब्रेनवॉश कर रहे हैं कि सनातन धर्म और सनातन त्यौहारों का आपस में कोई तारतम्य नहीं है।सनातन धर्म बेकार है।आप अपने बच्चों को इन प्रश्नों के सही उत्तर बतायें।


दीपावली का उत्सव दो युग, सतयुग और त्रेता युग से जुड़ा हुआ है। सतयुग में समुद्र मंथन से माता लक्ष्मी उस दिन प्रगट हुई थी इसलिए लक्ष्मीजी का पूजन होता है। भगवान राम भी त्रेता युग में इसी दिन अयोध्या लौटे थे तो अयोध्या वासियों ने घर घर दीपमाला जलाकर उनका स्वागत किया था इसलिए इसका नाम दीपावली है।अत: इस पर्व के दो नाम है लक्ष्मी पूजन जो सतयुग से जुड़ा है दूजा दीपावली जो त्रेता युग प्रभु राम और दीपों से जुड़ा है।


लक्ष्मी गणेश का आपस में क्या रिश्ता है

और दीवाली पर इन दोनों की पूजा क्यों होती है?


लक्ष्मी जी सागरमन्थन में मिलीं, भगवान विष्णु ने उनसे विवाह किया और उन्हें सृष्टि की धन और ऐश्वर्य की देवी बनाया गया। लक्ष्मी जी ने धन बाँटने के लिए कुबेर को अपने साथ रखा। कुबेर बड़े ही कंजूस थे, वे धन बाँटते ही नहीं थे।वे खुद धन के भंडारी बन कर बैठ गए। माता लक्ष्मी खिन्न हो गईं, उनकी सन्तानों को कृपा नहीं मिल रही थी। उन्होंने अपनी व्यथा भगवान विष्णु को बताई। भगवान विष्णु ने कहा कि तुम कुबेर के स्थान पर किसी अन्य को धन बाँटने का काम सौंप दो। माँ लक्ष्मी बोली कि यक्षों के राजा कुबेर मेरे परम भक्त हैं उन्हें बुरा लगेगा।

तब भगवान विष्णु ने उन्हें गणेश जी की  विशाल बुद्धि को प्रयोग करने की सलाह दी। माँ लक्ष्मी ने गणेश जी को भी कुबेर के साथ बैठा दिया। गणेश जी ठहरे महाबुद्धिमान। वे बोले, माँ, मैं जिसका भी नाम बताऊँगा , उस पर आप कृपा कर देना, कोई किंतु परन्तु नहीं। माँ लक्ष्मी ने हाँ कर दी।अब गणेश जी लोगों के सौभाग्य के विघ्न, रुकावट को दूर कर उनके लिए धनागमन के द्वार खोलने लगे।कुबेर भंडारी देखते रह गए, गणेश जी कुबेर के भंडार का द्वार खोलने वाले बन गए। गणेश जी की भक्तों के प्रति ममता कृपा देख माँ लक्ष्मी ने अपने मानस पुत्र श्रीगणेश को आशीर्वाद दिया कि जहाँ वे अपने पति नारायण के सँग ना हों, वहाँ उनका पुत्रवत गणेश उनके साथ रहें।


दीवाली आती है कार्तिक अमावस्या को, भगवान विष्णु उस समय योगनिद्रा में होते हैं, वे जागते हैं ग्यारह दिन बाद देव उठनी एकादशी को। माँ लक्ष्मी को पृथ्वी भ्रमण करने आना होता है शरद पूर्णिमा से दीवाली के बीच के पन्द्रह दिनों में।इसलिए वे अपने सँग ले आती हैं अपने मानस पुत्र गणेश जी को।

इसलिए दीवाली को लक्ष्मी गणेश की पूजा होती है।


यह कैसी विडंबना है कि देश और हिंदुओ के सबसे बड़े त्यौहार का पाठ्यक्रम में कोई विस्तृत वर्णन नही है और जो वर्णन है वह अधूरा है।इस लेख को पढ़ कर स्वयं भी लाभान्वित हों और अपनी अगली पीढ़ी को भी बतायें। दूसरों के साथ साझा करना भी ना भूलेंI

🌹🌻🌹🌻🌹🌻🪷💕🩷💝💝❤‍🔥💖❣️💞🪯👩‍❤️‍👨Ⓜ️♏🕉️🕉️🕉️🕉️🙏🙏🙏🙏🙏🙏

Kya Mangu Main Bhole Tumse (Official Video) Bholenath Song 2025 | New Bh...

सज रहे भोले बाबा || महाशिवरात्रि स्पेशल | नॉनस्टॉप शिव जी के भजन | Mahas...

Main Shiv Ka Shiv Mere (Official Video)| Hansraj Raghuwanshi | Jamie | R...

शिव शंकर डमरू वाले II Lakhbir Singh Lakha II शिवजी के भजन II Shiv Shanka...

Parvati Boli Shankar Se - O Bholenath Ji | Hansraj Raghuwanshi | Full So...

मन मेरा मंदिर Man Mera Mandir Shiv Meri Puja | Shiv Bhajan | ANURADHA PA...

Gulshan Kumar Shiv Bhajans, Top 10 Best Shiv Bhajans By Gulshan Kumar I ...

महाशिवरात्रि स्तुति: SONU NIGAM शिव भजन: Morning Shiv Bhajan, Ashutosh S...

सोमवार Special शिव भजन ऐसी सुबह ना आए I Aisi Subah Na Aaye I ANURADHA PA...

Morning Shiv Bhajan | हे शिवशंकर हे करुणाकर | Hey Shivshankar Hey Karuna...

*इतना कमजोर किरदार नहीं है हमारा,* *कि वफ़ादार होने की सफाई देते फिरें,* *हमें यकीन है अपने किरदार पर,*

 


नवरात्रि Special: Maiya Ka Chola Hai Rangla with Lyrics,🙏Devi Bhajan🙏,LA...

नवरात्रि Special: Maiya Ka Chola Hai Rangla with Lyrics,🙏Devi Bhajan🙏,LA...

"मैया का चोला है रंगला" एक प्रसिद्ध देवी भजन है, जिसे लखबीर सिंह लक्खा ने गाया है। यह भजन माँ दुर्गा की महिमा का गुणगान करता है और विशेष रूप से नवरात्रि के अवसर पर गाया जाता है।YouTube

आप इस भजन के बोल नीचे पढ़ सकते हैं:

लाली मेरी मात की, जित देखूँ तित लाल,
लाली देखन मैं गया, मैं भी हो गया लाल।भजन गंगा+3भजन गंगा+3Bhajan Diary+3भजन गंगा+3BhaktiBharat.com+3Bhajan Diary+3

मैया का चोला है रंगला,
शेरोवाली का चोला है रंगला,
मेहरोवाली का चोला है रंगला,
जोतावाली का चोला है रंगला,
अंबे रानी का चोला है रंगला,
माँ वैष्णो का चोला है रंगला,
हो भवन मैया का लाल,
चोला है रंगला रंगला,
रंगला रंगला,
मैया का चोला है रंगला,
अंबे रानी का चोला है रंगला।भजन गंगा+3Bhajan Diary+3BhaktiBharat.com+3भजन गंगा+3BhaktiBharat.com+3Bhajan Diary+3

सूहा चोला अंग बिराजे,
सूहा सूहा चोला अंग बिराजे,
लगी किनारी लाल,
चोला है रंगला रंगला,
रंगला रंगला,
मैया का चोला है रंगला,
अंबे रानी का चोला है रंगला।भजन गंगा+3Bhajan Diary+3BhaktiBharat.com+3भजन गंगा+3भजन गंगा+3BhaktiBharat.com+3

सिर सोने का छत्र बिराजे,
सिर सोने का छत्र बिराजे,
हीरे अपरम्पार,
चोला है रंगला रंगला,
रंगला रंगला,
मैया का चोला है रंगला,
अंबे रानी का चोला है रंगला।भजन गंगा+3Bhajan Diary+3BhaktiBharat.com+3भजन गंगा+2BhaktiBharat.com+2Bhajan Diary+2BhaktiBharat.com+2भजन गंगा+2Bhajan Diary+2

अश्विन चैत महीना आवे,
अश्विन चैत महीना आवे,
चले पवन की चाल,
चोला है रंगला रंगला,
रंगला रंगला,
मैया का चोला है रंगला,
अंबे रानी का चोला है रंगला।भजन गंगा+3Bhajan Diary+3BhaktiBharat.com+3भजन गंगा+2BhaktiBharat.com+2Bhajan Diary+2

पान सुपारी ध्वजा नारियल,
पान सुपारी ध्वजा नारियल,
माँ की भेंट चढ़ा के,
चोला है रंगला रंगला,
रंगला रंगला,
मैया का चोला है रंगला,
अंबे रानी का चोला है रंगला।भजन गंगा+3Bhajan Diary+3BhaktiBharat.com+3भजन गंगा+3BhaktiBharat.com+3Bhajan Diary+3

शेरोवाली माता मेरी,
हो शेरोवाली माता मेरी,
मेहरोवाली माता मेरी,
मेहरोवाली माता मेरी,
सबको करे निहाल,
चोला है रंगला रंगला,
रंगला रंगला,
मैया का चोला है रंगला,
अंबे रानी का चोला है रंगला।भजन गंगा+3Bhajan Diary+3BhaktiBharat.com+3Bhajan Diary+2BhaktiBharat.com+2भजन गंगा+2भजन गंगा+3भजन गंगा+3BhaktiBharat.com+3भजन गंगा+3भजन गंगा+3Bhajan Diary+3

मैया का चोला है रंगला,
शेरोवाली का चोला है रंगला,
मेहरोवाली का चोला है रंगला,
जोतावाली का चोला है रंगला,
अंबे रानी का चोला है रंगला,
माँ वैष्णो का चोला है रंगला,
हो भवन मैया का लाल,
चोला है रंगला रंगला,
रंगला रंगला,
मैया का चोला है रंगला,
अंबे रानी का चोला है रंगला।भजन गंगा+3Bhajan Diary+3BhaktiBharat.com+3भजन गंगा+3BhaktiBharat.com+3Bhajan Diary+3

इस भजन का आनंद लेने के लिए, आप निम्नलिखित वीडियो देख सकते हैं:

महामृत्युंजय मंत्र 108 बार। Mahamrityunjay Mantra 108 times I Full Video...


महामृत्युंजय मंत्र 108 बार। Mahamrityunjay Mantra 108 times I Full Video...

महामृत्युंजय मंत्र के 108 बार जाप का अनुभव करने के लिए, आप निम्नलिखित वीडियो देख सकते हैं:

महामृत्युंजय मंत्र 108 बार | Shankar Sahney
यह वीडियो शंकर सहनी द्वारा गाया गया है और इसमें महामृत्युंजय मंत्र का 108 बार जाप प्रस्तुत किया गया है। :::​

महामृत्युंजय मंत्र 108 बार | Anuradha Paudwal
इस वीडियो में अनुराधा पौडवाल द्वारा गाया गया महामृत्युंजय मंत्र का 108 बार जाप उपलब्ध है। :::​

महामृत्युंजय मंत्र 108 बार | लिरिक्स के साथ
यदि आप लिरिक्स के साथ महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना चाहते हैं, तो यह वीडियो सहायक होगा। :::​

महामृत्युंजय मंत्र 108 बार | 17 मिनट में
यह वीडियो 17 मिनट में महामृत्युंजय मंत्र का 108 बार जाप प्रस्तुत करता है, जो समय की कमी वाले भक्तों के लिए उपयुक्त है। :::​YouTube

महामृत्युंजय मंत्र 1008 बार | निरंतर जाप
यदि आप अधिक विस्तृत जाप करना चाहते हैं, तो यह वीडियो महामृत्युंजय मंत्र का 1008 बार निरंतर जाप प्रस्तुत करता है। :::​YouTube

इन वीडियोस के माध्यम से आप महामृत्युंजय मंत्र के जाप का लाभ उठा सकते हैं और आध्यात्मिक शांति प्राप्त कर सकते हैं।

Durga Chalisa | Anuradha Paudwal | दुर्गा चालीसा | Durga Maa Songs | Dur...


Durga Chalisa | Anuradha Paudwal | दुर्गा चालीसा | Durga Maa Songs | Dur...

दुर्गा चालीसा

दोहा:
नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो अंबे दुःख हरनी॥
निरंकार है ज्योति तुम्हारी। तिहूं लोक फैली उजियारी॥

चौपाई:
शशि ललाट मुख महा विशाल। नेत्र लाल ब्रह्मांड निहाल॥
रूप मातु को अधिक सुहावे। दरश करत जन अति सुख पावे॥

तुम संसार शक्ति लै कीना। पालन हेतु अन्न धन दीना॥
अन्नपूर्णा हुई जग पाला। तुम ही आदि सुंदरी बाला॥

प्रलयकाल सब नाशन हारी। तुम गौरी शिवशंकर प्यारी॥
शिव योगी तुम्हरे गुण गावें। ब्रह्मा विष्णु तुम्हे नित ध्यावें॥

रूप सरस्वती को तुम धारा। दे सुबुद्धि ऋषि मुनिन उबारा॥
धरयो रूप नरसिंह को अंबा। परगट भई फाड़कर खंबा॥

रक्षा करि प्रह्लाद बचायो। हिरण्याक्ष को स्वर्ग पठायो॥
लक्ष्मी रूप धरो जग माहीं। श्री नारायण अंग समाहीं॥

क्षीर सागर में करत विलासा। दयासिन्धु दीजै मन आसा॥
हिंगलाज में तुम्ही भवानी। महिमा अमित न जात बखानी॥

मातंगी धूमावती माता। भुवनेश्वरी बगला सुख दाता॥
श्री भैरव तारा जग तारिणी। छिन्न भिन्न भुवन सुख कारिणी॥

केहरि वाहन सोह भवानी। लांगुर वीर चलत अगवानी॥
कर में खप्पर खड्ग विराजै। जाको देख काल डर भाजै॥

सोहै अस्त्र और त्रिशूला। जाते उठत शत्रु हिय शूला॥
नगरकोट में तुम्ही विराजत। तिहुं लोक में डंका बाजत॥

शुम्भ निशुम्भ दानव तुम मारे। रक्तबीज शंहकर संहारे॥
महिषासुर नृप अति अभिमानी। जेहि अघ भार मही अकुलानी॥

रूप कराल कालिका धारा। सेन सहित तुम तिनहि संहारा॥
परी गाढ़ संतन पर जब जब। भई सहाय मातु तुम तब तब॥

अमरपुरी अरु बासव लोका। तब महिमा सब रहें अशोका॥
ज्वाला में है ज्योति तुम्हारी। तुम्हें सदा पूजें नर नारी॥

प्रेम भक्ति से जो यश गावें। दुःख दारिद्र निकट नहीं आवें॥
ध्यान धरे जो नर मन लाई। जन्म मरन ताकौ छूटि जाई॥

जोगी सुर मुनि कहत पुकारी। योग न हो बिन शक्ति तुम्हारी॥
शंकर आचारज तप कीनो। काम अरु क्रोध जीति सब लीनो॥

निस दिन ध्यान धरो शंकर को। कहुं काल नहिं सुमिरो तुमको॥
शक्ति रूप का मरम न पायो। शक्ति गई तब मन पछितायो॥

शरणागत हुई कीर्ति बखानी। जय जय जय जगदंब भवानी॥
भई प्रसन्न आदि जगदंबा। दई शक्ति नहिं कीन विलंबा॥

मोको मातु कष्ट अति घेरो। तुम बिन कौन हरे दुःख मेरो॥
आशा तृष्णा निपट सतावै। मोह मदादिक सब बिनशावै॥

शत्रु नाश कीजै महारानी। सुमिरौं इकचित तुम्हे भवानी॥
करहु कृपा हे मातु दयाला। ऋद्धि सिद्धि करहु निहाला॥

जब लगि जिऊं दया फल पाऊं। तुम्हरो यश मैं सदा सुनाऊं॥
श्री दुर्गा चालीसा जो कोई गावै। सब सुख भोग परमपद पावै॥

॥ दोहा ॥
देवीदास शरण निज जानी। करहु कृपा जगदंब भवानी॥

दुर्गा चालीसा (का पाठ करने से दूर होंगे सारे दुःख)!!#navrati2023 #navrat...

दुर्गा चालीसा (का पाठ करने से दूर होंगे सारे दुःख)!!#navrati2023 #navrat...

दुर्गा चालीसा का नियमित पाठ करने से जीवन में अनेक लाभ प्राप्त होते हैं। प्रमुख लाभों में शामिल हैं:​Durga Chalisa Lyrics+3Navbharat Times+3srimandir+3

  • मानसिक शांति और आत्मबल में वृद्धि: दुर्गा चालीसा का पाठ करने से मन का भय दूर होता है, डिप्रेशन, चिंता और मानसिक उलझन से मुक्ति मिलती है, जिससे आत्मविश्वास बढ़ता है।Navbharat Times

  • संकटों से रक्षा और नकारात्मक शक्तियों का नाश: नियमित पाठ से जीवन में आने वाले संकट दूर होते हैं और माँ दुर्गा के आशीर्वाद से व्यक्ति सुरक्षित रहता है। यह नकारात्मक शक्तियों और बुरी नजर से भी रक्षा करता है।Durga Chalisa Lyrics

  • आर्थिक समृद्धि और सफलता: दुर्गा चालीसा का पाठ करने से देवी दुर्गा की कृपा से जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता मिलती है।Durga Chalisa Lyrics

दुर्गा चालीसा के पाठ के नियम:

  1. शुद्धता का पालन करें: स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें और पूजा स्थल की सफाई करें।NDTV India+2Bhakt Vatsal+2Durga Chalisa Lyrics+2

  2. एकाग्रता और भक्ति: पूरी एकाग्रता और भक्ति के साथ माँ दुर्गा का ध्यान करें।Durga Chalisa Lyrics+1Bhakt Vatsal+1

  3. नियमितता: नियमित रूप से दुर्गा चालीसा का पाठ करने से अधिक लाभ मिलता है। विशेष रूप से नवरात्रि, मंगलवार और शुक्रवार को इसका पाठ शुभ माना जाता है।Durga Chalisa Lyrics

  4. समय का चयन: सुबह या शाम के समय पाठ करना उत्तम है, लेकिन अष्टमी तिथि के दिन दोपहर का समय विशेष रूप से शुभ माना जाता है।Bhakt Vatsal

  5. घी का दीपक जलाएँ: पाठ के दौरान देवी दुर्गा के सामने घी का दीपक जलाएँ और फूल अर्पित करें।Durga Chalisa Lyrics+1Bhakt Vatsal+1

इन नियमों का पालन करते हुए दुर्गा चालीसा का पाठ करने से माँ दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है और जीवन के दुःख-कष्ट दूर होते हैं।Durga Chalisa Lyrics+1NDTV India+1

यदि आप दुर्गा चालीसा का पाठ सुनना चाहते हैं, तो निम्नलिखित वीडियो सहायक हो सकता है:

नॉनस्टॉप माता रानी के भजन Nonstop Mata Rani Ke Bhajan | Durga Maa Songs ...


नॉनस्टॉप माता रानी के भजन Nonstop Mata Rani Ke Bhajan | Durga Maa Songs ...

माता रानी के नॉनस्टॉप भजनों का आनंद लेने के लिए, आप निम्नलिखित वीडियो देख सकते हैं:

नॉनस्टॉप माता भजन | Durga Ji Ki Aarti
यह वीडियो माता रानी के भजनों का एक संकलन प्रस्तुत करता है, जिसमें दुर्गा जी की आरती भी शामिल है।

10 माता रानी के भजन | Nonstop Mata Rani Bhajan
इस वीडियो में माता रानी के 10 लोकप्रिय भजनों का नॉनस्टॉप संकलन है, जो भक्तों को भक्ति में डूबने का अवसर देता है।

चैत्र नवरात्रि स्पेशल | Non Stop Mata Ke Bhajan
नवरात्रि के पावन अवसर पर प्रस्तुत यह वीडियो माता के भजनों का नॉनस्टॉप संकलन है, जो भक्तों के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया है।

Top 10 Nonstop Mata Ke Bhajan | नॉनस्टॉप माता के भजन
इस वीडियो में माता के शीर्ष 10 भजनों का नॉनस्टॉप संकलन है, जो भक्तों को भक्ति रस में सराबोर करता है।

नॉनस्टॉप माता रानी के भजन | माँ की ज्योत जलाऊँगी
यह वीडियो माता रानी के भजनों का एक नॉनस्टॉप संकलन है, जिसमें 'माँ की ज्योत जलाऊँगी' जैसे भजन शामिल हैं।

इन भजनों को सुनकर आप माता रानी की भक्ति में लीन हो सकते हैं और आध्यात्मिक आनंद प्राप्त कर सकते हैं।


Maa Kab Aaogi [Full Song] Maa Kab Aaogi

Maa Kab Aaogi [Full Song] Maa Kab Aaogi
Maa Kab Aaogi [Full Song] Maa Kab Aaogi

प्यारा सजा है तेरा द्वार Pyara Saja Hai Tera Dwar Bhawani I LAKHBIR SING...

प्यारा सजा है तेरा द्वार Pyara Saja Hai Tera Dwar Bhawani I LAKHBIR SING...
प्यारा सजा है तेरा द्वार Pyara Saja Hai Tera Dwar Bhawani I LAKHBIR SING...

Bigdi Meri Bana De Devi Bhajan By Lakhbir Singh Lakkha [Full Song] Beta ...

Bigdi Meri Bana De Devi Bhajan By Lakhbir Singh Lakkha [Full Song] Beta ...
Bigdi Meri Bana De Devi Bhajan By Lakhbir Singh Lakkha [Full Song] Beta ...