🚨 मुख्य विवरण:
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मात्रा & मूल्य: संयुक्त ऑपरेशन में लगभग 187‑192 किलो मेफेड्रोन (MD) जब्त किया गया, जिसकी अनुमानित अंतरराष्ट्रीय बाजार कीमत लगभग ₹381–₹390 करोड़ है The Indian Express+10Deccan Herald+10The Indian Express+10।
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ऑपरेशन: मुंबई पुलिस (साकी नाका सब-डिस्ट्रिक्ट) और मैसुरु पुलिस की साझा कार्रवाई। इनकी जांच की शुरुआत अप्रैल में वसई में आठ ग्राम हथिया पकड़ी जाने पर हुई, जिसके बाद नतीजा मैसुरु में स्थापित गुप्त MD फैक्ट्री तक पहुंचा mintThe Indian ExpressThe Indian Express।
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जगह: मैसुरु की रिंग रोड पर एक गैराज की आड़ में स्थित, सामने चाय की एक साधारण टपरी थी, जबकि पीछे गोपनीय रूप से ड्रग्स तैयार किए जा रहे थे Free Press JournalThe Indian Express।
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गिरफ्तार: अब तक कुल 8 व्यक्ति गिरफ्तार किए गए — जिनमें मुंबई, गुजरात और मैसुरु से संबंधित लोग शामिल हैं; उनमें से चार को फैक्ट्री साइट से हिरासत में लिया गया Hindustan Times+5Free Press Journal+5mint+5।
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उपकरण और रसायन: ओवन, हीटिंग मशीनों, केमिकल्स (acetone, isopropyl alcohol, chloroform, magnesium sulfate) सहित उत्पादन सामग्री जब्त की गई Hindustan Times।
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पुलिस कार्रवाई: मैसुरु पुलिस कमिश्नर सेमा लटकरी ने निष्क्रियता के आरोप में नारसिम्हराजा पुलिस थाने के इंस्पेक्टर लक्ष्मीकांत तल्वर को निलंबित भी किया था, हालांकि बाद में निलंबन वापस लिया गया The Indian ExpressFree Press Journal।
📌 निष्कर्ष:
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यह महाराष्ट्र में अब तक की सबसे बड़ी ड्रग जब्ती में से एक है, जिसमें मेफेड्रोन के निर्माण- नेटवर्क और वितरण गिरोह की पहचान हुई।
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चाय की टपरी जैसी साधारण आड़ के पीछे चल रही गुप्त गतिविधि से यह गिरोह चालाकी से काम कर रहा था।
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पुलिस की सर्वदिशीय पूछताछ और तकनीकी जांच ने मास्टरमाइंड तक पहुँचने में मदद की।
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देर से लेकिन कठोर कार्रवाई की शुरुआत हुई—जिसने राज्य पुलिस की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े किए हैं।
अगर आप चाहें तो मैं आपको गिरफ्तार आरोपियों, केस दर्ज आयुर्वत विवरण, NDPS अधिनियम में प्रविष्ट आरोप, सामग्री की विस्तृत सूची या दोनों राज्यों (महाराष्ट्र और कर्नाटक) की पुलिस की भूमिका पर और जानकारी दे सकता हूँ। बताइए!
