मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम जिले के शहीद भगत सिंह शासकीय पीजी कॉलेज, पिपरिया में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक चपरासी, पन्नालाल पठारिया, को परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करते हुए देखा गया। यह मामला तब प्रकाश में आया जब जनवरी 2025 में इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। Navbharat Times+1आज तक+1
जांच के दौरान पता चला कि अतिथि विद्वान खुशबू पगारे ने स्वास्थ्य समस्याओं के कारण पन्नालाल को कॉपियों की जांच का कार्य सौंपा था, जिसके बदले में उन्होंने पन्नालाल को 5,000 रुपये का भुगतान किया। Navbharat Times+1आज तक+1
इस मामले में उच्च शिक्षा विभाग ने सख्त कार्रवाई करते हुए कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ. राकेश वर्मा और राजनीति शास्त्र के प्राध्यापक डॉ. रामगुलाम पटेल को निलंबित कर दिया है। इसके अलावा, अतिथि विद्वान खुशबू पगारे, बुक लिफ्टर राकेश कुमार मेहर, और प्रयोगशाला परिचारक पन्नालाल पठारिया को सेवा से हटा दिया गया है। Navbharat Times+1आज तक+1
राज्य के युवा मामलों और सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण और अक्षम्य बताते हुए कहा कि सरकार उच्च शिक्षा की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए निर्देश जारी किए गए हैं। www.ndtv.com
यह घटना शिक्षा प्रणाली में गंभीर लापरवाही को उजागर करती है और छात्रों के भविष्य पर पड़ने वाले प्रभावों के प्रति चिंता बढ़ाती है।
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