डीएसपी श्रेष्ठा ठाकुर के पूर्व पति, रोहित राज सिंह, के खिलाफ धोखाधड़ी और घरेलू हिंसा के आरोपों में गाजियाबाद पुलिस ने कार्रवाई की है। श्रेष्ठा ठाकुर, जो वर्तमान में शामली जिले में तैनात हैं, ने आरोप लगाया कि रोहित ने खुद को 2008 बैच का आईआरएस अधिकारी बताकर उनसे शादी की थी, जबकि वह वास्तव में इस पद पर नहीं थे। शादी के बाद, श्रेष्ठा को रोहित की असलियत का पता चला, लेकिन परिवार को बचाने के लिए उन्होंने समझौता किया। हालांकि, रोहित की धोखाधड़ी जारी रही, जिससे तंग आकर उन्होंने तलाक ले लिया और गाजियाबाद के कौशांबी थाने में उसके खिलाफ मामला दर्ज कराया, जिसके बाद रोहित को गिरफ्तार किया गया। Good News Today+1Dainik Bhaskar+1आज तक+1Dainik Bhaskar+1
एफआईआर के अनुसार, रोहित ने श्रेष्ठा के बैंक खाते से फर्जी हस्ताक्षर करके 15 लाख रुपये निकाले, जो लखनऊ में प्लॉट खरीदने के लिए जमा किए गए थे। इसके अलावा, रोहित ने श्रेष्ठा के नाम का उपयोग करके अन्य लोगों से भी धन उगाही की। जब श्रेष्ठा ने इसका विरोध किया, तो रोहित और उसके परिवार ने उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया, यहां तक कि उनके बच्चे को जान से मारने की धमकी भी दी। Good News Today+1The Indian Express+1
तलाक के बाद भी, रोहित ने श्रेष्ठा के नाम का दुरुपयोग जारी रखा और गाजियाबाद के कौशांबी क्षेत्र में रहकर लोगों से धोखाधड़ी करता रहा। वह खुद को आयकर विभाग में कमिश्नर बताकर श्रेष्ठा के स्टाफ को भी गुमराह करता था। इन सब घटनाओं से परेशान होकर, श्रेष्ठा ने फरवरी 2024 में रोहित, उसके पिता वकील शरण सिंह और भाई संजीत सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। पुलिस ने रोहित को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच जारी है।