भारतीय सेना के एक गनर, सुरिंदर सिंह, जो 16 वर्षों से लापता थे और मृत घोषित कर दिए गए थे, हाल ही में पंजाब के पठानकोट में एक अदालत में जीवित प्रकट हुए। उनकी यह वापसी एक चौंकाने वाली और भावनात्मक कहानी है।
क्या हुआ था?
सुरिंदर सिंह, जो हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के निवासी हैं, 2009 में सेना में सेवा करते समय लापता हो गए थे। उनकी पत्नी ने उनके खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया था, जिससे वे मानसिक तनाव में आ गए और अपने परिवार और समाज से दूर हो गए। इस दौरान, उन्हें मृत मान लिया गया और उनके परिवार ने उनके अंतिम संस्कार की रस्में भी पूरी कर ली थीं।
16 साल बाद वापसी
2025 में, सुरिंदर सिंह अचानक पठानकोट की एक अदालत में प्रकट हुए और उन्होंने बताया कि वे जीवित हैं। उन्होंने दावा किया कि झूठे दहेज मामले के कारण वे इतने वर्षों तक छिपे रहे। उनकी यह वापसी उनके परिवार और समाज के लिए एक आश्चर्यजनक और भावनात्मक क्षण था।
इस घटना का महत्व
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कानूनी प्रक्रिया: सुरिंदर सिंह की वापसी से यह स्पष्ट होता है कि झूठे मामलों का शिकार होने पर व्यक्ति किस हद तक प्रभावित हो सकता है। यह घटना न्याय प्रणाली में सुधार की आवश्यकता को दर्शाती है।
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सामाजिक प्रभाव: इस घटना ने समाज में पुरुषों के अधिकारों और उनके खिलाफ होने वाले अत्याचारों पर ध्यान केंद्रित किया है।
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परिवार की स्थिति: सुरिंदर सिंह के परिवार ने उन्हें मृत मान लिया था और उनकी अंतिम संस्कार की रस्में भी पूरी कर ली थीं। उनकी वापसी ने परिवार को भावनात्मक रूप से झकझोर दिया है।
इस घटना की विस्तृत जानकारी के लिए, आप इस वीडियो रिपोर्ट को देख सकते हैं:
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