पुणे में हाल ही में दो आपराधिक घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें राजनीतिक और गैर-सरकारी संगठन (NGO) से जुड़े व्यक्तियों पर गंभीर आरोप लगे हैं।
1. एनसीपी नेता पर महिला वकील से मारपीट का आरोप:
फरवरी 2023 में, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के पुणे शहर के उपाध्यक्ष, दयानंद इरकल, पर एक 25 वर्षीय महिला वकील के साथ मारपीट और दुर्व्यवहार का आरोप लगा। यह घटना तब हुई जब महिला ने अपने दोपहिया वाहन से इरकल की कार को ओवरटेक करने के लिए हॉर्न बजाया, जिससे नाराज होकर इरकल ने उन्हें गालियां दीं और शारीरिक रूप से हमला किया। इसके बाद, पुलिस ने इरकल और तीन अन्य व्यक्तियों को गिरफ्तार किया और भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया। www.ndtv.com
2. रेलवे कॉलोनी में नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार:
सितंबर 2024 में, छत्तीसगढ़ की एक 17 वर्षीय लड़की के साथ पुणे रेलवे कॉलोनी में स्थित एक NGO के आश्रय स्थल में बलात्कार का मामला सामने आया। आरोप है कि रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के हेड कांस्टेबल अनिल पवार और NGO के सदस्य कमलेश तिवारी ने लड़की को आश्रय देने के बहाने वहां रखा और उसके साथ कई बार बलात्कार किया। पुलिस ने इस मामले में पवार को निलंबित कर दिया है और NGO के तीन कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत भी मामले दर्ज किए गए हैं। The Indian Express
इन घटनाओं ने पुणे में महिलाओं की सुरक्षा और गैर-सरकारी संगठनों की निगरानी पर गंभीर सवाल उठाए हैं