हरियाणा में बेटियों को गर्भ में ही समाप्त करने का गोरखधंधा एक गंभीर समस्या बनी हुई है, जिससे राज्य का लिंगानुपात प्रभावित हो रहा है। हाल ही में, हरियाणा पुलिस ने ऑनलाइन गर्भपात किट्स की आपूर्ति करने वाले दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया, जो अवैध रूप से इन किट्स को बेच रहे थे। Hindustan Times
पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने भी गैर-नैतिक चिकित्सकों की भूमिका की निंदा की है, जो गुप्त रूप से लिंग निर्धारण परीक्षण करते हैं और इस अपराध को बढ़ावा देते हैं। The Tribune
यह समस्या केवल हरियाणा तक सीमित नहीं है; देश के अन्य हिस्सों में भी ऐसे रैकेट सामने आए हैं। उदाहरण के लिए, कर्नाटक में दो डॉक्टरों सहित नौ लोगों को एक बड़े भ्रूण हत्या रैकेट के तहत गिरफ्तार किया गया। www.ndtv.com
इस गोरखधंधे के परिणामस्वरूप, लिंगानुपात में असंतुलन बढ़ रहा है, जिससे विवाह के लिए दुल्हनों की कमी और महिलाओं की तस्करी जैसी समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं।
हरियाणा सरकार ने 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' जैसी योजनाओं के माध्यम से इस समस्या से निपटने के प्रयास किए हैं, लेकिन लिंगानुपात में सुधार की गति धीमी रही है। The Tribune
यह आवश्यक है कि समाज में बेटियों के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित किया जाए और इस प्रकार के अवैध कार्यों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि लिंगानुपात में संतुलन स्थापित हो सके और महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो।