मुज़फ़्फ़रनगर, उत्तर प्रदेश में हाल ही में एक नवविवाहिता, शालिनी सिंघल, अपने ससुराल के बाहर धरने पर बैठी हैं। उनका आरोप है कि शादी के बाद उनके ससुराल वालों ने ₹50 लाख दहेज की मांग की और इस मांग को पूरा न करने पर उन्हें घर में प्रवेश नहीं दिया गया। शालिनी और प्रणव सिंघल की शादी 12 फरवरी 2025 को हुई थी, जिसके बाद वे 17 फरवरी को बाली हनीमून के लिए गए और 21 फरवरी को लौटे। शालिनी का कहना है कि लौटने के बाद प्रणव का व्यवहार बदल गया। The Times of India
शालिनी 5 मार्च तक ससुराल में रहीं और फिर होली के लिए अपने मायके चली गईं। 30 मार्च को जब वह वापस लौटीं, तो उन्हें ससुराल में प्रवेश नहीं दिया गया, जिसके बाद उन्होंने धरना शुरू किया। दूसरी ओर, प्रणव सिंघल ने दहेज की किसी भी मांग से इनकार किया है और कहा है कि वह और उनका परिवार अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। The Week
यह मामला दहेज प्रथा के खिलाफ समाज में जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता को दर्शाता है। दहेज लेना और देना दोनों ही कानूनन अपराध हैं, और ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।